लखीमपुर खीरी कांड को लेकर गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों का हंगामा शुरू हो गया. विपक्षी सांसदों की मांग थी कि केंद्र सरकार को एसआईटी की रिपोर्ट के बाद अजय मिश्रा को बर्खास्त कर देना चाहिए.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का राहुल गांधी ने भी जबरदस्त विरोध किया है. उन्होंने कहा कि अजय मिश्रा एक क्रिमिनल हैं और उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. मोदी सरकार को उन्हें तत्काल बर्खास्त करना चाहिए. फिलहाल हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित हो गई है. इसके अलावा राज्यसभा भी 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है.
टेनी के इस्तीफे की मांग भले तेज हो लेकिन सरकार ऐसे मूड में नहीं दिख रही है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सरकार और पार्टी SIT रिपोर्ट को अंतिम सत्य नहीं मान रही. यह भी कहना है कि मामला टेनी के बेटे के खिलाफ है, उनके खिलाफ नहीं. इसलिए अजय मिश्रा के खिलाफ एक्शन लेने की संभावना नहीं है. इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि यह पूरा मामला सबजुडिस है, जिसकी जांच सुप्रीम की निगरानी में चल रही है.
बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी की रिपोर्ट में किसानों पर जानबूझकर गाड़ी चढ़ाने की बात सामने आने के बाद से बवाल जारी है. रिपोर्ट आने के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के इस्तीफे की मांग तेज हो गई है. इसी बीच मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर यूथ कांग्रेस संसद के बाहर धरना देगी.
यूपी में विधानसभा की कार्यवाही शुरु होते ही सपा-कांग्रेस के सदस्य लखीमपुर कांड की SIT जांच रिपोर्ट पर चर्चा कराने और गृह राज्यमंत्री टेनी को बर्खास्त करने की मांग को लेकर वेल में आकर नारेबाजी हंगामा करने लगे. हंगामे के बीच ही संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने अनुपूरक बजट, वित्तीय वर्ष 2022-23 के एक भाग के लिए लेखानुदान पेश किया.
राहुल बोले- मंत्री क्रिमिनल हैं, उन्हें हटाया जाए
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सबसे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को बोलने का मौका दिया गया. इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों की हत्या में मंत्री का इन्वॉल्वमेंट है. उसकी सजा उन्हें मिलनी चाहिए. वो क्रिमिनल हैं, उन्हें सरकार से निकाल देना चाहिए. राहुल गांधी इस मामले में बोलना चाहते थे लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि जो प्रश्न था, उस बारे में बात करने की बजाय राहुल गांधी दूसरी बात कर रहे थे.
मंगलवार को लखीमपुर खीरी कांड में एसआईटी की रिपोर्ट आई थी, जिसमें कहा गया है कि यह एक हादसा नहीं था बल्कि सुनियोजित साजिश थी. इसके बाद से ही अजय मिश्रा पर सवालों की बैछार तेज हो गई है. बुधवार को इसी मामले में उनसे पत्रकारों ने लखीमपुर खीरी में सवाल पूछा लिया था, जिस पर वह भड़क गए थे. उन्होंने पत्रकार पर झपटते हुए गालियां तक दे डालीं और कहा कि तुम जैसे लोगों ने ही एक निर्दोष को दोषी बना दिया है. इस घटना के बाद से अजय मिश्रा पर विपक्ष के हमले और तेज हो गए हैं और उन्हें पद से हटाने की मांग संसद में भी गूंज रही है.