दुनिया में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर खतरा बढ़ता जा रहा है. कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron variant) अब भारत में भी दस्तक दे चुका है. भारत में दस्तक देने के बाद ओमीक्रोन देश के कई राज्यों में तेजी से पांव पसार रहा है. देश के कई हिस्सों में नए वेरिएंट के मरीज मिलने से सरकार की चिंता बढ़ गई है.
विशेषज्ञों का मानना है कि नए वर्ष में ये ओमिक्रोन वैरिएंट नई मुसीबत बन सकता है. बता दें कि देश में पहले से ही ओमिक्रोन वैरिएंट के करीब 17-20 मामले सामने आ चुके हैं. राजधानी दिल्ली भी अब इससे अछूती नहीं रही है. यही वजह है कि केंद्र सरकार भी इसको लेकर काफी गंभीर है और सभी तरह के एहतियाती कदम उठा रही है.
विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर जनवरी-फरवरी में आ सकती है. उन्होंने कहा कि यदि हर कोई मास्क पहनता है, तो इसे रोका जा सकता है. केंद्र सरकार के अनुसार जिन देशों को ‘खतरे’ वाले देशों की सूची में डाला गया है उनमें ब्रिटेन सहित यूरोपीय देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरिशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग, इजराइल शामिल हैं.
अब तक 21 मामलों की पुष्टि
भारत में रविवार को कोविड-19 के ओमीक्रोन के 17 और मामले सामने आए जिनमें 9 मामले राजस्थान की राजधानी जयपुर में, 7 महाराष्ट्र के पुणे जिले में और एक मामला दिल्ली का है. इसके साथ ही देश में ओमीक्रोन के मामलों की कुल संख्या 21 हो गई है. जो लोग संक्रमित पाए गए हैं उनमें से अधिकतर हाल में अफ्रीकी देशों से आए हैं या इस तरह के लोगों के संपर्क में थे. इसके साथ ही चार राज्यों और राष्ट्रीय राजधानी में ज्यादा संक्रामक वेरिएंट के मामले सामने आए हैं.
देश में कोविड-19 के ओमीक्रोन वेरिएंट के दो मामले गुरुवार को कर्नाटक और बेंगलुरू में सामने आए थे. दोनों व्यक्तियों का पूरी तरह वैक्सीनेशन हो चुका है. शनिवार को गुजरात में 72 वर्षीय एक NRI और महाराष्ट्र के ठाणे में 33 वर्षीय एक व्यक्ति को ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया था.
दिल्ली में नए वैरिएंट से जुड़ा पहला मामला
दिल्ली में 37 वर्षीय एक व्यक्ति ‘ओमिक्रॉन’ से संक्रमित पाया गया है और यह राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के इस नए वैरिएंट से जुड़ा पहला मामला है. रांची के रहने वाले इस मरीज ने तंजानिया से दोहा की यात्रा की थी और फिर दो दिसंबर को कतर एयरवेज की उड़ान के जरिए वह दोहा से दिल्ली पहुंचा था. उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में करीब एक सप्ताह ठहरा था. संक्रमित व्यक्ति कोविड वैक्सीन की दोनों डोज भी ले चुका है.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को कहा था कि ओमिक्रॉन को फैलने से रोकने का सबसे प्रभावी तरीका अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को प्रतिबंधित करना है. उन्होंने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन के पूरी तरह असर दिखाने में वायरस के अन्य स्वरूपों की तुलना में अधिक समय लग सकता है. इसका अर्थ है कि हवाई अड्डे पर जांच के दौरान संक्रमित व्यक्ति में संक्रमण का पता नहीं चलने की संभावना है. सभी मामले इससे प्रभावित अन्य देशों से जुड़े हैं. केंद्र सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए. जैन ने कहा कि इस बात की 99 प्रतिशत संभावना है कि मास्क कोविड-19 के सभी वैरिएंट से लोगों का बचाव कर सकता है-भले ही वह अल्फा हो, बीटा हो, डेल्टा हो या ओमिक्रॉन हो.