भारत में 5G की सेवाएं (5G Service In India) 1 अक्टूबर से शुरू हो जाएंगी। पीएम नरेंद्र मोदी 1 अक्टूबर को इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 5G सेवा को लॉन्च करेंगे। सरकार के नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन ने आज ट्वीट करके यह जानकारी दी है. उसने कहा है कि भारत के डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन और कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों पर ले जाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में एशिया के सबसे बड़े टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 5G सेवाओं की शुरुआत करेंगे.
इंडिया मोबाइल कांग्रेस को एशिया में सबसे बड़ा टेलीकॉम, मीडिया और टेक्नोलॉजी फोरम माना जाता है. इसे संयुक्त तौर पर डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम्युनिकेशंस (DoT) और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) आयोजित करते हैं.
जानकारों का कहना है कि 5G टेक्नोलॉजी आने से भारत को बड़ा फायदा होगा. मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर्स का प्रतिनिधित्व करने वाली वैश्विक औद्योगिक संस्था का अनुमान है कि साल 2023 और 2040 के बीच इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को 36.4 ट्रिलियन रुपये या 455 अरब डॉलर का फायदा होने की उम्मीद है.
टेलीकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कुछ दिन पहले ही कह दिया था कि 5G सर्विसेज प्रोवाइड करने वाली कंपनी ही अपना टैरिफ तय करेगी. इसलिए टैरिफ क्या होता है और हमें कंपनी की तरफ से क्या रियायत मिलती है, इस बारे में थोड़ा इंतजार जरूर करना होगा. टेलीकॉम इंडस्ट्री के जानकार बताते हैं कि 5G सर्विसेज का टैरिफ थोड़ा महंगा होगा. इसे 4G सर्विसेज के बराबर लाने से पहले इसे 10-15% के महंगे दर पर लाया जा सकता है.
5G इंटरनेट सेवा मिलते ही कई चीजों में बदलाव आ जाएगा। इससे न सिर्फ लोगों का काम आसान होगा, बल्कि इंटरटेनमेंट और कम्युनिकेशन सेक्टर में भी बदलाव आएंगे. 5G के लिए काम कर रही कंपनी एरिक्सन का मानना है कि 5 साल में भारत में 5G इंटरनेट यूजर की संख्या 50 करोड़ से ज्यादा हो जाएगी.