कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अलावा कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार पीके मिश्रा, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल भी मौजूद हैं.
दक्षिण अफ्रीका में मिले कोविड-19 के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ को लेकर सरकार भी अलर्ट मोड पर है. भारत ने कुछ देशों के यात्रियों के साथ सुरक्षा के मद्देनजर अतिरिक्त उपाय करने का फैसला किया है. हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को पत्र लिखकर बोत्सवाना दक्षिण अफ्रीका और हॉन्गकॉन्ग से आने वाले यात्रियों की सख्त जांच करने के लिए कहा था.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने हॉन्गकॉन्ग और इजरायल को भी उन देशों की सूची में डाल दिया है, जहां से भारत आने वाले यात्रियों को अतिरिक्त उपायों का पालन करना होगा. इसमें दक्षिण अफ्रीका में मिले ओमिक्रॉन वेरिएंट की जांच शामिल है. हालांकि, एक दिन पहले ही समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि भारत में अब तक नए वेरिएंट का एक भी मरीज नहीं मिला है.

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने बैठक ऐसे समय बुलाई है जब देश के स्कूल-कॉलेजों में भी कोरोना तेजी से फैल रहा है. कर्नाटक, तेलंगाना, राजस्थान, ओडिशा समेत देश के अलग-अलग राज्यों से छात्रों और शिक्षकों के कोरोना की चपेट में आने की खबरें आ रही हैं. कोरोना के नए वेरिएंट ने भी दुनियाभर के देशों की चिंता बढ़ा दी है.
अमेरिका समेत कई देशों ने इंटरनेशनल फ्लाइट्स, खास तौर पर दक्षिण अफ्रीका की उड़ानों को लेकर सख्ती बरतने का ऐलान कर दिया है वहीं भारत इन्हें शुरू करने की तैयारी में है. एक दिन पहले ही नागर विमानन मंत्रालय ने करीब एक साल से ठप इंटरनेशनल उड़ान सेवा 15 दिसंबर से शुरू करने का ऐलान किया था. कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के बाद भी लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. इससे भी सरकार की चिंता बढ़ गई है. बताया जा रहा है कि कोरोना का नया वैरिएंट डेल्टा व डेल्टा प्लस से कई गुना ज्यादा संक्रामक है.
भारत में बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 8 हजार 318 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, इस दौरान 465 लोगों की मौत हुई. फिलहाल, देश में 1 लाख 7 हजार 19 मरीजों का इलाज जारी है.