देश के लोगों को आज पता चल जायेगा कि देश का 15वां राष्ट्रपति कौन होगा. राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान हो चुका है. गुरुवार की सुबह 11 बजे दिल्ली में संसद भवन में मतगणना शुरू हो चुकी है. संसद भवन के कमरा नंबर 63 में मतगणना हो रही है और शाम चार बजे के आसपास नतीजे आने की उम्मीद है. मतदान के बाद बैलेट बॉक्स को सभी राज्यों से दिल्ली मंगाया गया था.
केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से द्रौपदी मुर्मू, जबकि विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार हैं. मुर्मू के पक्ष में कई राज्यों में विपक्षी दलों के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की है. ऐसे में राजग उम्मीदवार के पक्ष में करीब 61.5 प्रतिशत से ज्यादा वोट पड़ने के आसार हैं.
द्रौपदी मुर्मू की जीत को लेकर आश्वस्त भाजपा ने विजय जुलूस की भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. परिणाम के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तीन किलोमीटर लंबा रोड शो करेंगे. सूत्रों ने बताया कि इस मौके पर कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे. राष्ट्रपति चुनाव में अगर द्रौपदी मुर्मू चुनाव जीतती हैं तो वह पहली आदिवासी महिला होंगी जो राष्ट्रपति के पद पर बैठेंगी.
बता दें कि 34 दलों ने विपक्षी उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा समर्थन देने की घोषणा की है तो वहीं झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के लिए 44 दलों ने समर्थन की घोषणा की.
द्रौपदी मुर्मू की जीत से पहले ही गांव में जश्न का माहौल
देश को आज 16वां राष्ट्रपति मिल जाएगा. राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे देऱ शाम घोषित किए जाएंगे. इस चुनाव में बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के प्रत्याशी के तौर पर यशवंत सिन्हा के बीच मुख्य मुकाबला था. हालांकि ज्यादा दलों के समर्थन से ये साफ हो गया है कि इस चुनाव में द्रौपदी मुर्मू की जीत लगभग तय है. इस बीच मुर्मू के पैतृक गांव में जश्न का माहौल बन गया है.
राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत के जश्न के लिए उनके गांव रायरंगपुर में तैयारियां जोरों पर हैं. 20 हजार लड्डू बनकर तैयार हो गए हैं. द्रौपदी के गांववालों का मानना है कि चुनाव में मुर्मू बड़े अंतर जीत हासिल करेगी. यही वजह है कि ग्रामीणों ने द्रौपदी मुर्मू के चुनाव में जीत के बाद पूरे गांव में लड्डू बांटकर जश्न मनाने की योजना बनाई है. जनजातीय नृत्य का भी आयोजन किया गया है, जो जीत के बाद प्रस्तुत किया जाएगा. विजय जुलूस निकालने की भी तैयारी हैं.
मुर्मू की जीत पर आतिशबाजी का भी होगा आयोजन हैं. गांव के घरों में लाइट लगाई गई हैं और उन्हें फूलों से सजाया गया है. सड़कों और गलियों को साफ किया गया है. किसानों ने गुरुवार 21 जुलाई को काम नहीं करने का फैसला लिया है.
ग्रामीणों की मानें तो उनके गांव के साथ ही पूरे ओडिशा के लिए गर्व का दिन है. एक आदिवासी महिला पहली बार इस देश के राष्ट्रपति के पद पर पहुंचने वाली है. इसके साथ ही द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति के चुनाव में जीत की बधाई देने के लिए जगह-जगह बैनर भी लगाए गए हैं.