मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच चलने वाला आपसी विवाद दिन-पर दिन बढ़ता जा रहा है। अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। सीएम ने खुलेआम कहा कि पायलट को कैसे मुख्यमंत्री की कुर्सी दे दें, जो पार्टी का सबसे बड़ा गद्दार है, वह कभी सीएम नहीं बन पाएंगे। उनके पास तो 10 विधायक नहीं जो सपोर्ट कर सकें।
दरअसल, अशोक गहलोत ने पायलट पर यह हमला टीवी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बोला है। गहलोत पायलट पर हमला करते हुए यहीं नहीं रूके, उन्होंने कहा-जिस आदमी ने पार्टी के साथ विश्वासघात किया है, उसे राज्य की जिम्मेदारी कैसे सौंप दे। जिसने बगावत की हो, जिसे गद्दार नाम दिया गया है, वह आखिर कैसे मुख्यमंत्री बन सकता है। ऐसे आदमी को कोई स्वीकार नहीं करेगा। जिसके कारण हमें 34 दिन तक होटल में रूकना पड़ा है। हम वहां बैठे थे और यह आमित शाह के साथ मिलकर सरकार गिराने की तैयारी में लगे थे।
अशोक गहलोत ने कहा-2020 में हमारी सरकार गिराने के लिए पायलट को बीजेपी ने फंडिंग की थी। वह अपने गुट के 19 विधायकों के साथ जाकर राजधानी के पास एक फाइव स्टार होटल में जाकर बैठ गए थे। ऐसा पहली बार देखने को मिला था भारत में जब एक पार्टी अध्यक्ष ने ही अपनी सरकार को गिराने की साजिश रची हो। इस काम में पायलट की मदद अमित शाह और मोदी सरकार में मंत्री धर्मेंद प्रधान ने की थी।
मैं तीन बार सीएम रह चुका हूं – गहलोत
गहलोत ने टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में आगे कहा-फिलहाल राजस्थान का सीएम तो में ही हूं। मुझे पार्टी हाईकमान से अभी ऐसा कोई आदेश नहीं आया कि मैं किसी को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दूं। मैं बस यही चाहता हूं कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में फिर से राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बने। में इसकी लिए अपनी जान लगा दूंगा, अगर मेरे बदलने से दोबारा से सरकार बन सकती है तो हाईकमान ऐसा जरुरू कर दे।
मैं सत्ता के लिए नहीं पार्टी को जिताने के लिए बैठा हूं। मेरे लिए सीएम रहना जरूरी नहीं है। अगर किसी को लगता है तो वह सर्वे करवा ले किसके रहने से सरकार वापस आ सकती है। हां मैं यह भी बता देना चाहता हूं कि कभी पंजाब के पूर्व सीएम कप्तान अमरिंदर सिंह जैसा हाल नहीं करूंगा। मैं तीन बार सीएम रह चुका हूं, इतना अनुभव है कि सरकार कैसे वापस आएगी।