कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा आज कश्मीर में संपन्न हो गई। कन्याकुमारी से चली यह यात्रा 145 दिन में 12 राज्यों से होकर गुजरी। इस दौरौन 4080 किलोमीटर का सफर तय किया। कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में भारी बर्फबारी के बीच राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं ने जनसभा को संबोधित किया।
भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में बड़ी संख्या में लोग, कांग्रेस के नेता सहित विपक्षी दलों द्रमुक, नेशनल कांफ्रेंस, आरएसपी, पीडीपी, भाकपा और आईयूएमएल के कई नेता शामिल हुए।
समापन समारोह में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा से जुड़े अनुभव शेयर किए। साथ ही उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा। भारी बर्फबारी के बीच श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में रैली को संबोधित करने से पहले राहुल गांधी ने छाता हटवा दिया और खुले आसमां में बर्फबारी के बीच अपना भाषण दिया।
राहुल गांधी के भाषण की बड़ी बातें
अपने स्पीच में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान खुद के हाफ टी-शर्ट पहनने के राज का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा कि जब मैं कन्याकुमारी से आगे बढ़ रहा था तब मुझे ठंड लग रही थी। मैंने कुछ बच्चे देखे। वे गरीब थे, उन्हें ठंड लग रही थी, वे मजदूरी कर रहे थे और कांप रहे थे। मैंने सोचा ठंड में ये बच्चे स्वेटर-जैकेट नहीं पहन पा रहे हैं तो मुझे भी नहीं पहनना चाहिए।
समापन समारोह में राहुल गांधी ने कहा, “मैंने हिंसा देखी और सही है। मोदी जी, अमित शाह जी और आरएसएस के लोगों ने हिंसा नहीं सही है, वह डरते हैं। हम जम्मू-कश्मीर में चार दिन पैदल चले, बीजेपी का कोई नेता पैदल नहीं चल सकता है, इसलिए नहीं कि जम्मू कश्मीर के लोग उन्हें चलने नहीं देंगे बल्कि इसलिए क्योंकि वो डरते हैं।”
श्रीनगर में भारी बर्फबारी के बीच समापन कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सालों से 8-10 किलोमीटर तक दौड़ता हूं, ऐसा लगता था ये यात्रा आसान होगी. इसके आगे बोलते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि, ”मैंने बहुत कुछ सीखा, एक दिन मुझे बहुत दर्द हो रहा था। मैंने सोचा कि मुझे 6-7 घंटे और चलना होगा और यह मुश्किल होगा। लेकिन एक युवती दौड़ती हुई मेरे पास आई और बोली कि उसने मेरे लिए कुछ लिखा है। उसने मुझे गले लगाया और भाग गई. उसने लिखा, “मैं देख सकती हूं कि आपके घुटने में दर्द हो रही है क्योंकि जब आप उस पैर पर दबाव डालते हैं, तो यह आपके चेहरे पर दिखता है। मैं आपके साथ नहीं चल सकती लेकिन मैं दिल से आपके साथ चल रही हूं क्योंकि मुझे पता है कि आप चल रहे हैं। ” मेरे और मेरे भविष्य के लिए। ठीक उसी क्षण, मेरा दर्द गायब हो गया.”
राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग हिंसा करवाते हैं, वे उस दर्द को नहीं समझते हैं। मैं इस दर्द को समझता हूं। मैंने कई बार इस दर्द को समझा, महसूस किया। पुलवामा हमले में जो शहीद हुए, उनके घरवालों पर क्या बीता, ये बात प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह नहीं समझ सकते। मैं समझ सकता हूं। राहुल गांधी ने बताया कि जब मैं स्कूल में था जब दादी की मौत हुई। स्कूल में जब फोन आया तब मेरे पैर कांप रहे थे। जब मैं अमेरिका में था, तब उन्हें एक फोन कॉल आया और बताया गया कि उनके पिता की हत्या कर दी गई। मैं चाहता हूं कि ऐसे फोन कॉल किसी जवान के घर पर आने बंद हो जाएं।
राहुल गांधी ने कहा, मैंने गांधी जी से सीखा है कि जीना है, तो डरे बिना जीना है। मैं चार दिन तक यहां ऐसे पैदल चला। मैंने बस यही सोचा कि बदल दो मेरी टी-शर्ट का रंग, लाल कर दो, लेकिन जो मैंने सोचा था, वही हुआ। जम्मू कश्मीर के लोगों ने मुझे हैंड ग्रेनेड नहीं दिया। मुझे प्यार दिया। दिल खोलकर मुझे प्यार दिया। अपना माना, प्यार से आंसुओं से मेरा स्वागत किया।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि धर्म लोगों को जोड़ते है, एक-दूसरों पर आक्रमण नहीं करते। हमारी यात्रा देश तोड़ने की विचारधारा के खिलाफ थी। हमने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली है। भाईचारा ही हिन्दुस्तान की असली पहचान है। राहुल ने यह भी कहा कि बीजेपी की हर गाली से मैं सीखता हूं। मैंने लोगों को खुद का मजाक बनाने का मौका दिया। मैंने उन गालियों से सीखा।
खरगे बोले- यह यात्रा नफरत, बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ
भारत जोड़ो यात्रा के समापन कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “भारत जोड़ो यात्रा में एक नया माहौल है। राहुल गांधी जी कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने का भारत जोड़ो यात्रा में चलने का निर्णय लिया, तो हम घबरा गए थे। लेकिन मुझे भी लगा कि डर मुझे भी लगा फासला देखकर, पर मैं बढ़ता गया रास्ता देखकर, खुद ब खुद आती गई मेरी मंजिल। मैं इसलिए राहुल गांधी को बधाई देता हूं। उनकी यात्रा नफरत के खिलाफ निकली, बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ। मोदी और अमित शाह केवल हवा में ही उड़ते है।”
प्रियंका गांधी बोली- मुझे उम्मीद है नफरत खत्म होगी
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि हम जहां-जहां गए लोग वहां आएं, क्योंकि इस देश में अनैकता में एकता के लिए अभी जजबा है। जम्मु कश्मीर की जनता ने हमें ढेर सारा प्यारा दिया। राहुल गांधी ने मुझे और मां को एक पत्र लिखा और कहा कि और मैं कश्मीर अपने घर जा रहा हूं। आज जो राजनीति देश में चल रही है उससे देश का भला नहीं होगा, ये तोड़ने-बांटने, नफरत की राजनीति है। मेरी उम्मीद है ये नफरत खत्म होगी और प्रेम ही सबको जोड़ेगा।