जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी को मंगलवार को एक बार फिर झटका मिला है. हाल ही में पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था. अब कांग्रेस को एक और बड़ा झटका देते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद (Tara Chand) सहित जम्मू-कश्मीर के 64 नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफे की घोषणा कर दी है.
मंगलवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद, पूर्व मंत्री अब्दुल मजीद वानी, पूर्व विधायक बलवान सिंह, पूर्व मंत्री डॉ. मनोहर लाल शर्मा, प्रदेश कांग्रेस महासिचव विनोद मिश्रा, विनोद शर्मा, नरिंद्र शर्मा समेत 64 नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन सभी नेताओं ने जम्मू में प्रेसवार्ता कर कांग्रेस का दामन छोड़ कर गुलाम नबी आजाद को समर्थन देने का एलान किया है। इन सभी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक संयुक्त त्याग पत्र सौंपा है.
ये सभी 4 सितंबर को आजाद की नई पार्टी में शामिल होंगे. आजाद इसी दिन सुबह 11 बजे जम्मू की सैनिक कॉलोनी में सभा करेंगे. कांग्रेस छोड़ने के बाद यह उनकी पहली सभा होगी. खबर है कि जम्मू रैली के दौरान आजाद नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं.
इससे पहले जम्मू कश्मीर विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष गुलाम हैदर मलिक समेत कांग्रेस के चार नेताओं तथा पार्टी के 12 प्रमुख कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया था. इन सभी इस्तीफों में एक बात समान है कि ज्यादातर नेता गुलाम नबी को समर्थन देंगे, जो अपनी खुद की पार्टी बनाने का ऐलान कर चुके हैं.
इससे पहले कठुआ की बानी विधानसभा से पूर्व कांग्रेस विधायक मलिक और दो पूर्व विधान परिषद सदस्य सुभाष गुप्ता तथा शामलाल भगत ने पार्टी आलाकमान को अपने इस्तीफे भेज दिए. आजाद के करीबी सहयोगी और पूर्व मंत्री जी एम सरूरी ने कहा, ‘हमें मलिक, गुप्ता और भगत से समर्थन पत्र मिले हैं.’ इसके अलावा जम्मू कश्मीर कांग्रेस के महासचिव महेश्वर सिंह मन्हास भी आजाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं.
जम्मू कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद समेत कई बड़े नेताओं के कांग्रेस से इस्तीफा देने पर गुलाम नबी आजाद की प्रतिक्रिया आई है. आजाद ने कहा, “सभी ने मेरे लिए इस्तीफा दिया है. सभी मेरे साथ हैं. कांग्रेस को अभी और कई झटके लगेंगे.”
गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस छोड़ दी थी. उन्होंने पार्टी के सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफा देकर नई पार्टी बनाने की बात कही थी. हालांकि आजाद ने कहा था- मुझे अभी एक नेशनल पार्टी लॉन्च करने की कोई जल्दी नहीं है, लेकिन यह ध्यान में रखते हुए कि जम्मू और कश्मीर में चुनाव होने की संभावना है, मैंने जल्द ही वहां एक यूनिट लॉन्च करने का फैसला किया है.