सत्रह दिन में बिके 1 लाख 22 हजार घर
सरकार की तिजोरी में 954 करोड़ का राजस्व
मुंबई। कोरोना काल के हल्के होने के बाद भवन निर्माण क्षेत्र में तेजी दिखने लगी है। लॉकडाउन का सबसे बड़ा संकट रियल्टी सेक्टर पर आया था । अनलॉक के बाद घरों की जितनी रिकॉर्ड बिक्री इस वर्ष के आखिर में हुई है उतनी विक्री पिछले साल भी नहीं थी । जिसका मुख्य कारण है स्टांप ड्यूटी में छूट दिया जाना है। दिसंबर के केवल 17 दिनों में राज्य में 1 लाख 22 हजार 43 घरों की बिक्री की गई है । घर बिक्री से स्टांप ड्यूटी के रूप में राज्य के खजाने में 954 करोड़ रुपये जमा हुए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार 31 दिसंबर तक घर की बिक्री 2 लाख से अधिक होने से सभी रिकॉर्ड टूटने की संभावना है । कोरोना अवधि के दौरान मजदूरों के नहीं मिलने से परियोजनाएं ठप हो गई थी । अनलॉक के बाद घरों की ऑनलाइन खरीदी और स्टांप ड्यूटी-पंजीकरण भी हो रहा था ।
अप्रैल में राज्य में केवल 778 मकान बेचे गए, जिससे केवल 3 करोड़ 11 लाख रुपये की आय हुई थी । सितंबर में भी 1 लाख 19 हजार 834 मकान बेचे गए, जिससे 763 करोड़ रुपये की आय हुई थी । जबकि अक्टूबर में 1 लाख 30 हजार 955 घर बेचे गए, जिससे 931 करोड़ रुपये की आय हुई । नवंबर में केवल 15 दिनों में, 77,000 घर बेचे गए, जिससे राजस्व में 589 करोड़ रुपये की आय हुई । राज्य सरकार ने अगस्त के अंत में स्टांप शुल्क में 3 प्रतिशत की कमी कर दी थी । यह एक बड़ी राहत थी क्योंकि स्टैंप ड्यूटी सीधे 5 फीसदी से 2 फीसदी हो गई।