एयर इंडिया की कमान आखिरकार गुरुवार, 27 जनवरी को पूरी तरह से टाटा समूह को सौंप दी गई. यानी 69 साल बाद एयर इंडिया की घर वापसी हो गई. आज से इस एयरलाइन का पूरा मैनेजमेंट और नियंत्रण टाटा ग्रुप के पास आ गया है. एयर इंडिया को आधिकारिक रूप से टाटा ग्रुप (TATA Group) को सौंपे जाने से पहले आज टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की.
एन चंद्रशेखरन ने कहा, ” एयर इंडिया के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने पर बहुत खुशी हुई. एयर इंडिया को टाटा ग्रुप में वापस पाकर हम बहुत खुश हैं. हम विश्व स्तरीय एयरलाइन बनाने में सभी के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं.”
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (Department of Investment & Public Asset Management) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने कहा, “औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं. एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है. शेयर्स को टैलेस प्राइवेट लिमिटेड (Talace Pvt Ltd) को हस्तांतरित कर दिया गया है, जो एयर इंडिया का नया मालिक है.”
बता दें कि घाटे में चल रही एयर इंडिया को टाटा ग्रुप ने 18,000 करोड़ रुपये की बोली लगाकर खरीदा था. बीते 8 अक्टूबर को 18,000 करोड़ रुपये में एयर इंडिया को टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को बेच दिया था. यह टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी का एक हिस्सा है.
इससे पहले गुरुवार को मुंबई से संचालित होने वाली चार उड़ानों में ‘उन्नत भोजन सेवा’ शुरू करके एयर इंडिया में अपना पहला कदम उठाया. अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि चार उड़ानों AI864 (मुंबई-दिल्ली), AI687 (मुंबई-दिल्ली), AI945 (मुंबई-अबू धाबी) और AI639 (मुंबई-बेंगलुरु) में ‘उन्नत भोजन सेवा’ दी गई. नई सेवाओं के संबंध में टाटा समूह की ओर से केबिन क्रू के सदस्यों को एक मेल भी भेजा गया था.
आने वाले सात दिन बेहद महत्वपूर्ण
केबिन क्रू सदस्यों को भेजे गए मेल में कहा गया है कि अगले सात दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि हम अपनी छवि, दृष्टिकोण और धारणा को बदल देंगे. टाटा के संदीप वर्मा और मेघा सिंघानिया द्वारा कहा गया कि केबिन क्रू सदस्य ब्रांड/छवि निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले ‘महत्वपूर्ण ब्रांड एंबेसडर’ हैं. वे यात्रियों का स्वागत करेंगे, मेहमानों को संबोधित करेंगे और उनकी सेवा करेंगे. उन्होंने कहा कि चालक दल नियमों का पालन करते हुए स्मार्ट ड्रेस पहने नजर आएंगे. इसके साथ ही ग्रूमिंग सहयोगी चालक दल का निरीक्षण करेंगे.
टाइम मैनेजमेंट पर होगा विशेष ध्यान
घाटे में चल रही एयर इंडिया को फिर पटरी पर लाने के लिए टाटा ग्रुप ने कई फ्यूचर प्लान तैयार किए हैं. इनमें से एक है ऑनटाइम परफॉरमेंस यानी विमान के दरवाजे फ्लाइट टाइम से 10 मिनट पहले बंद हो जाएंगे. विमानों की समय पर उड़ान पर पूरा फोकस किया जाएगा. इसके अलावा यात्रियों की दी जाने वाली सर्विस में भी इजाफा किया जाएगा.
SBI कंसोर्टियम से मिली लोन की मंजूरी
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व में बैंकों का एक कंसोर्टियम घाटे में चल रही Air India को सुचारू ढंग से चलाने के लिए टाटा ग्रुप को लोन देने के लिए सहमत हो गया है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, बैंकों के संघ में SBI के अलावा पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) शामिल हैं.
1932 में भरी थी एयर इंडिया ने पहली उड़ान
एयर इंडिया के इतिहास की बात करें तो इसकी शुरुआत अप्रैल 1932 में हुई थी. इसकी स्थापना उद्योगपति जेआरडी टाटा ने की थी. उस समय एयरलाइन का नाम टाटा एयरलाइंस था. इसके साथ ही आपको बता दें कि एयरलाइन की पहली कॉमर्शियल उड़ान 15 अक्तूबर 1932 को भरी गई थी. तब सिर्फ सिंगल इंजन वाला ‘हैवीलैंड पस मोथ’ हवाई जहाज था, जो अहमदाबाद-कराची के रास्ते मुंबई गया था. प्लेन में उस वक्त एक भी यात्री नहीं था बल्कि 25 किलो चिट्ठियां रखी गई थीं.