स्टांप ड्यूटी में कमी से रियल सेक्टर में बूम, 4 महीनों में रजिस्ट्रेशन 48% बढ़ा
राजस्व में 367 करोड़ रुपए की वृद्धि
मुंबई: कोरोना महामारी की वजह से महाराष्ट्र सारकार (Maharashtra Govt) को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसे में 4 महीने पहले ठाकरे सरकार ने रियल सेक्टर (Real Sector) समेत अन्य आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए स्टांप ड्यूटी (Stamp Duty) में 3 प्रतिशत की कमी करने का फैसला किया था. अब इस फैसले का असर दिखने लगा है. राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात (Balasaheb Thorat) ने कहा है कि पिछले 4 महीनों में ( सितंबर से दिसंबर तक) रजिस्ट्रेशन में 48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वहीं इस दौरान सरकार के राजस्व में भी 367 करोड़ का इजाफ़ा हुआ है. थोरात ने कहा कहा कि स्टांप ड्यूटी में कमी से घर खरीदारों को लाभ हुआ और निर्माण क्षेत्र में भी तेजी आई है. उन्होंने कहा कि अब धीरे- धीरे महाराष्ट्र में आर्थिक गति तेज हो रही है.
घर खरीदने वालों को मदद
राजस्व मंत्री थोरात ने कहा कि स्टांप ड्यूटी में कमी का फैसला घर खरीदने वालों को मदद देने के अलावा रियल सेक्टर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया था. उन्होंने कहा कि इसके सकारात्मक परिणाम को देखने से यह साबित हो गया है कि सरकार का यह फैसला सही दिशा में लिया गया था. थोरात ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से राज्य की अर्थव्यवस्था धीमी पड़ गई थी. ऐसे में स्टांप ड्यूटी में कमी ने आर्थिक मंदी से उबरने में बूस्टर डोज का काम किया है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से उन लोगों को फायदा हुआ है, जो पिछले कई सालों से घर खरीदने का सपना देख रहें थे. वहीँ डेवलपर को भी इससे सहायता मिली है.
दिसंबर में रिकॉर्ड रजिस्ट्रेशन
राजस्व मंत्री ने बताया कि दिसंबर 2019 में 2,39,292 पंजीकरण के साथ राजस्व के रूप में 2,712 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई थी. जबकि दिसंबर 2020 में 4,59,607 दस्तावेजों को पंजीकृत किया गया और 4,314 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्र किया गया. दिसंबर 2019 की तुलना में दिसंबर 2020 में पंजीकरण में 92 प्रतिशत और राजस्व में 59 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. सितंबर से दिसंबर 2019 तक के चार महीनों में 8,44,636 दस्तावेज पंजीकृत किए गए थे और 9,254 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्र किया गया था. दूसरी ओर, सितंबर से दिसंबर 2020 तक के चार महीनों में पंजीकृत दस्तावेज 12,56,224 तक बढ़ गए और 9,2222 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ. चार महीनों के दौरान, पंजीकृत दस्तावेजों में 48 प्रतिशत और राजस्व में 3.97 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.