सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने देश विरोधी प्रोपेगेंडा फैलाने वाले यूट्यूब चैनलों (You tube channels) पर कार्रवाई की है। ये 20 चैनल अलग-अलग देशों के हैं। इन चैनलों के नेटवर्क पर 35 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर थे और उनके वीडियो को 55 करोड़ से अधिक बार देखा गया था।
बात दें कि आईटी एक्ट 2021 के तहत यह पहली बड़ी कार्रवाई हुई है। 20 यूट्यूब चैनल के अलावा दो वेबसाइट पर भी प्रतिबंध किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक ये सभी 20 यूट्यूब चैनल पाकिस्तान से संचालित होते थे और दो वेबसाइट को भी पाकिस्तान से ही ऑपरेट किया जा रहा था।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और टेलीकॉम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इन चैनल और वेबसाइट को पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस की मदद से भारत विरोधी प्रोपोगैंडा फैलाया जा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि इन चैनल में एक ‘नया पाकिस्तान’ के नाम से भी था जिसके करीब दो मिलियन सब्सक्राइबर्स थे। ये चैनल कृषि कानूनों के खिलाफ और अयोध्या से लेकर कश्मीर तक को लेकर फर्जी खबरें चला रहे थे।
नए आईटी कानून के मुताबिक पहली बार आपातकालीन स्थिति में स्पेशल पावर का इस्तेमाल किया गया है और इन चैनल पर बैन लगाया गया है। बैन हुए चैनल में से 15 का स्वामित्व ‘नया पाकिस्तान’ ग्रुप के पास है। इन चैनल पर पब्लिश हुए कुछ वीडियो अनुच्छेद 370, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कश्मीर की ओर बढ़ते तालिबान लड़ाकों को लेकर थे। इन वीडियोज के व्यूज 30 लाख से भी अधिक है।
मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि इन चैनलों या वेबसाइट्स पर अधिकांश सामग्री राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से संवेदनशील विषयों से संबंधित है और गलत भी। इनमें मुख्य रूप से भारत के खिलाफ एक समन्वित दुष्प्रचार नेटवर्क के रूप में पाकिस्तान से पोस्ट किया जा रहा था जिसके बाद इस तरह की कार्रवाई की गई है। सरकार ने इसके लिए सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के रूल 16 के तहत आपातकालीन शक्तियों का उपयोग किया।