तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को वायुसेना का हेलिकॉप्टर Mi-17V-5 क्रैश हो गया है. कुन्नूर में क्रेश हुए सेना के हेलिकॉप्टर में अबतक ११ लोगों की मौत की खबर है. वहीं CDS जनरल बिपिन रावत की हालत गंभीर बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि हेलिकॉप्टर में CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुल्का रावत सहित 14 लोग मौजूद थे. इस मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में बयान दे सकते हैं. वहीं वायुसेना प्रमुख भी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं.
VVIP मूवमेंट के लिए होता है इस्तेमाल
ख़बरों के मुताबिक़ जो हेलिकॉप्टर क्रेश हुआ है, वह सेना का Mi-17V5 ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर है. Mi-17V5 हेलिकॉप्टर सेना का सबसे सुरक्षित हेलिकॉप्टर माना जाता है. इसका इस्तेमाल VVIP मूवमेंट के लिए भी किया जाता है. Mi सीरीज का यह हेलिकॉप्टर बेहद अत्याधुनिक है और पीएम, रक्षा मंत्री, सीडीएस, सेना अध्यक्ष जैसे वीवीआईपी इसकी सवारी करते हैं.
रूस में निर्मित हेलीकॉप्टर बना भारतीय सेना का अहम हिस्सा
Mi 17 V5 रशियन हेलीकॉप्टर्स की एक सब्सिडियरी कज़ान हेलीकॉप्टर्स द्वारा तैयार किया गया है. भारतीय वायुसेना के पास अब तक उपलब्ध Mi सीरीज के हेलीकॉप्टर्स में ये सबसे उन्नत श्रेणी का हेलीकॉप्टर है. भारतीय वायुसेना इस सीरीज के कई हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करती रही है, जिसमें Mi 26, Mi-24, Mi-17 और Mi 17 V5 शामिल हैं, हेलीकॉप्टर का मुख्य काम ट्रांसपोर्टेशन और सैनिकों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने या युद्ध के क्षेत्र से निकालने और बचाव कार्य आदि में किया जाता है..हालांकि इसमें जरूरत पड़ने पर हल्के हथियार लगाकर हमलावर भूमिका भी दी जा सकती है..हालांकि भारतीय वायुसेना इसका आमतौर पर इस्तेमाल गैर युद्धक हेलीकॉप्टर में ही करती
क्या है Mi 17 V5 की खासियतें
Mi सीरीज के ये हेलीकॉप्टर दुनिया भर के कई देशों में इस्तेमाल हो रहे हैं और इनका प्रदर्शन काफी भरोसमंद रहा है. हेलीकॉप्टर को Mi- 8 के एयरफ्रेम के आधार पर तैयार किया गया है. हालांकि इसमें पहले से कहीं उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया है. हेलीकॉप्टर बेहद ठंडे से लेकर बेहद गर्म माहौल में आसानी से उड़ान भर सकता है. हेलीकॉप्टर का केबिन काफी बड़ा है जिसका फ्लोर एरिया 12 वर्ग मीटर से ज्यादा है.
हेलीकॉप्टर इस तरह से डिजाइन किया गया है कि सामान और सैनिको को पीछे के रास्ते तेजी से उतारा जा सके. हेलीकॉप्टर में 4 मल्टीफंक्शन डिस्प्ले दिये गये हैं. ऑन बोर्ड वेदर रडार और ऑटो पायलट सिस्टम भी है जिससे पायलट को काफी मदद मिलती है. Mi 17 V5 भारत की विशेष जरूरतों के आधार पर अपग्रेड किया गया है.
मुश्किल हालात में भी उड़ान भरने में सक्षम
इस हेलिकॉप्टर का क्रैश होना इस वजह से भी हैरान करने वाला है, क्योंकि इसमें दो इंजन होते हैं, ताकि एक इंजन में खराबी होने पर भी दूसरे इंजन के साहरे सुरक्षित लैंड कर सके. यह सियाचिन जैसे मुश्किल हालात में भी उड़ान भरने में सक्षम होता है.
यह हेलिकॉप्टर बेहद सुरक्षित माना जाता है. यह उष्णकटिबंधीय और समुद्री जलवायु के साथ-साथ रेगिस्तानी परिस्थितियों में भी उड़ सकता है. इसका अधिकतम टेकऑफ वजन 13,000 किलोग्राम है. यह 36 सशस्त्र सैनिकों या 4,500 किलोग्राम भार के साथ उड़ान भर सकता है.
Mi-17V5 सेना के कई महत्वपूर्ण अभियानों का हिस्सा रहा है. सर्च ऑपरेशनों, पेट्रोलिंग, राहत एवं बचाव अभियानों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. 250 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार वाला Mi-17V5 हेलिकॉप्टर 6000 मीटर की अधिकतम ऊंचाई तक पहाडी़ और दुर्गम इलाकों में भी उड़ान भरने में सक्षम माना जाता है. एक बार ईंधन भरने के बाद यह 580 किमी. की दूरी तय कर सकता है.