ताक पर सत्ताधारी का आदेश
मुंबई। प्रॉपर्टी टैक्स नहीं भरने वालों पर नौ मार्च से लगाया गया दो प्रतिशत का दंड जारी रहेगा। शिवसेना नेताओं के बार-बार कहने के बावजूद मनपा प्रशासन ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। जिससे आम नागरिकों को दो प्रतिशत दंड भरने की नौबत आने वाली है।
मनपा प्रशासन ने प्रॉपर्टी टैक्स समय पर नहीं भरने वाले लोगों पर दो प्रतिशत का दंड सिर्फ इसी साल के बकाया टैक्स पर नहीं लगाया है, बल्कि पिछला जितना भी बिल बकाया है, उस पूरे टैक्स पर दंड लगाया गया है।
2010 में बदला था टैक्स वसूली का नियम
मनपा प्रशासन ने वर्ष 2010 में भाड़े पर लिए जाने वाले टैक्स में बदलाव करते हुए जमीन के भाव मूल्य पर टैक्स लगाना शुरू किया। मनपा द्वारा बदले गए नियम को पर काफी बवाल हुआ और मामला कोर्ट तक गया। कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई पूरी हो चुकी है सिर्फ कोर्ट का आदेश आना बाकी है।
दंड व्यवस्था को मार्च तक रोकने का दिया था निर्देश
मनपा प्रशासन द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स में दो प्रतिशत दंड लगाने को लेकर मनपा की स्थाई समिति में जमकर विरोध हुआ था। मनपा आयुक्त के इस निर्णय को मनमाना करार देते हुए स्थायी समिति अध्यक्ष यशवंत जाधव ने तत्काल रोक लगाने का निर्देश दिया था।यही नहीं बुधवार को दूसरी बार रोक लगाने का निर्देश दिया। लेकिन मनपा के कानों में कोई जूं तक नही रेंगा था।
मनपा का दावा, बिल पहले ही भेजा जा चुका है
मनपा प्रशासन का कहना है कि पिछले साल दिसंबर में ही 500 वर्ग फुट से बड़े घरो एवं अन्य कॉमर्शियल संपत्तियों को बिल भेज दिया गया था, जबकि 500 वर्ग फुट से छोटे घरो को जनवरी में बिल भेजा जा चुका है। इस पर भी अप्रैल के पहले सप्ताह से दो प्रतिशत का दंड लगेगा।
मनपा आयुक्त करें हस्तक्षेप
मनपा में विरोधी पक्ष नेता रविराजा ने कहा कि जब तक मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल खुद इस मामले पर ध्यान नहीं देते हैं और 31 मार्च तक घरेलू बकाएदारो को दंड लगाने पर रोक नहीं लगाते हैं, मनपा अधिकारी मनमानी करते रहेंगे।
भाजपा नेता भालचंद शिरसाट ने कहा कि अब समय आ गया है कि आयुक्त इस मामले पर अपना निर्णय दें। उन्होंने ने भी माना कि लोगों को एक बार बिल भेजा जा चुका है, जिसमें समय पर बिल न भरने पर दो प्रतिशत दंड लगाने का निर्देश है. उसे रोकने के लिए आयुक्त को ही कोई निर्णय लेना पड़ेगा।
शिरसाट ने आरोप लगाया कि शिवसेना नेताओं की भी कोई नहीं सुनता। पूर्व महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर ने कहा कि मनपा में हमारी सत्ता नाम की है, जबकि सारे निर्णय आयुक्त लेते हैं ऐसे में पार्टी के ऊपर मुंबई की जनता को आस लगाना नादानी है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा की अगली स्थाई समिति की बैठक में हम इस मुद्दे को दोबारा उठाएंगे। आयुक्त से जब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलता, हम चुप नहीं बैठेंगे। समाजवादी पार्टी नेता रईश शेख ने कहा कि मनपा ने गरीब लोगों को दो प्रतिशत दंड लगाया है, वह भी पिछले पूरे बकाए पर. म्हाडा एवं मनपा ने टैक्स भरने वाले अपने किराएदारों पर भी दंड के साथ टैक्स लगाया है जो आश्चर्यजनक है।