- एफआईआई की बिकवाली और कमजोर नतीजे से ध्वस्त हुआ स्टॉक मार्केट
नई दिल्ली, 20 नवंबर । सितंबर के महीने तक लगातार मजबूती का रिकॉर्ड बनाने वाला घरेलू शेयर बाजार अपने सर्वोच्च स्तर से लगभग 10 प्रतिशत गिर चुका है। इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह विदेशी निवेशकों की चौतरफा बिकवाली तो है ही, सितंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनियों के नतीजे में आई कमजोरी को भी इस गिरावट की एक बड़ी वजह माना जा रहा है।
एसीई इक्विटी द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार सितंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान स्टॉक मार्केट में लिस्टेड दिग्गज कंपनियों में से 143 कंपनियां घाटे में रहीं। इन कंपनियों को इस तिमाही के दौरान कुल 20,160 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। एसीई इक्विटी की रिपोर्ट में सिर्फ उन्हीं कंपनियों को शामिल किया गया है, जिनका मार्केट वैल्यू 1 हजार करोड़ रुपये या उससे अधिक है और जिनका क्वार्टरली रिवेन्यू कम से कम 100 करोड़ रुपये है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इसके पहले जून में खत्म हुई तिमाही के दौरान स्टॉक मार्केट की दिग्गज कंपनियों में से 129 कंपनियां घाटे में रही थीं। इन कंपनियों को पहली तिमाही के दौरान कुल 15,030 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली दोनों तिमाही को मिलाकर स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनियों को पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) में कुल 35,190 करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। नुकसान का सामना करने वाली कंपनियों में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और इंटर ग्लोब एविएशन जैसी कई बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
एसीई इक्विटी की एक रिपोर्ट के अनुसार सितंबर 2021 के बाद से अभी तक हर तिमाही में दिग्गज कंपनियों में शामिल कंपनियों में से औसतन 145 कंपनियों को नुकसान का सामना करना पड़ा है। सितंबर 2024 में खत्म हुई तिमाही के दौरान जिन कंपनियों ने को नुकसान का सामना करना पड़ा है, उनकी टोटल मार्केट वैल्यू 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में इंडिगो एयरलाइंस का संचालन करने वाली कंपनी इंटर ग्लोब एविएशन 2 साल में पहली बार घाटे में चली गई है। सितंबर की तिमाही में कई विमान के खड़े हो जाने और महंगाई के कारण इस एयरलाइन का ईबीआईटीडीए (अर्निंग्स बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, डिप्रेशिएशन एंड अमोरटाइजेशन) भी मार्केट एक्सपेक्टेशन से कम रहा है। इसी तरह कई दूसरी बड़ी कंपनियों को भी सितंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा है। इन कंपनियों में मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स, इंडिया सीमेंट्स, यूपीएल, पूनावाला फिनकॉर्प और चेन्नई पेट्रोलियम जैसी कंपनियां भी शामिल हैं।
एसीई इक्विटी की रिपोर्ट के अनुसार स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनियों में सबसे अधिक नुकसान वोडाफोन आइडिया को हुआ है। इस टेलीकॉम कंपनी को सितंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान 7.176 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। हालांकि रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख भी किया गया है कि वोडाफोन आइडिया पिछले 6 साल से हर तिमाही में घाटा दर्ज कर रही है। इसी तरह टाटा टेलीसर्विसेज महाराष्ट्र, एमटीएनएल, जीएमआर एयरपोर्ट्स और जयप्रकाश एसोसिएट्स जैसी कंपनियां भी पिछली कई तिमाही से लगातार नुकसान का सामना कर रही हैं।