एयर इंडिया अब टाटा संस की हो गयी है. सरकार की ओर से शुक्रवार को इस बात की आधिकारिक घोषणा कर दी गई कि टाटा ने एयर इंडिया के लिए लगाई बोली जीत ली है. टाटा संस ने सबसे ज्यादा 18 हजार करोड़ की बोली लगायी थी. टाटा संस के ऊपर एयर इंडिया के संचालन की पूरी जिम्मेदारी होगी.
डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) के सचिव ने बताया कि एयर इंडिया की नीलामी में दो कंपनियों ने बोली लगाई थी. इसमें टाटा संस की बोली सबसे ज्यादा 18 हजार करोड़ रुपये की रही. मंत्रियों के पैनल ने इस बिड को क्लियर कर दिया और इस प्रकार एयर इंडिया अब टाटा संस का हिस्सा बन गया है.
उन्होंने कहा कि देश के बड़े आर्थिक फैसले पर विचार करने के लिए एक स्पेशल पैनल गया था. इस पैनल में गृह मंत्री, वित्त मंत्री, कॉमर्स मिनिस्टर और सिविल एविएशन मिनिस्टर शामिल रहे. पैनल ने सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श किया. इसके बाद बिड में सबसे बड़ी बोली लगाने पर टाटा संस को विजेता घोषित कर दिया गया.
इसी महीने की शुरुआत में सूत्रों के हवाले से ये खबर आई थी कि टाटा संस कर्ज में डूबी सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए शीर्ष बोलीदाता के रूप में उभरी है. गौरतलब है कि इस एयरलाइन की स्थापना जहांगीर रतनजी दादाभाई (जेआरडी) टाटा ने ही 1932 में की थी. उस समय इस विमानन कंपनी को टाटा एयरलाइंस कहा जाता था.