कर्नाटक के शिक्षण संस्थानों में चल रहे हिजाब विवाद के बीच, एक राहत वाली खबर है। सरकारी प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज, कुंडापुरा के परिसर में सोमवार, सात फरवरी को हिजाब पहनीं छात्राओं को परिसर में प्रवेश की अनुमति दे दी गई है। हालांकि, उन्हें अलग कक्षाओं में पढ़ाया जाएगा ताकि फिर से किसी प्रकार का नया विवाद न हो।
राज्य के उडुपी में कुछ कॉलेजों की ओर से मुस्लिम छात्राओं के कक्षा में हिजाब पहनने पर रोक लगाने के बाद से ही यह विवाद बढ़ता चला जा रहा था। शनिवार को कांग्रेस विधायक कनीज फातिमा ने अपने समर्थकों के साथ इसके खिलाफ प्रदर्शन किया था।
विवाद के बीच पुलिस ने रविवार को उडुपी जिले के कुंडापुर में सरकारी पीयू कॉलेज के पास ‘घातक हथियार’ ले जा रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अब्दुल मजीद (32) और रजब (41) के रूप में हुई है। दोनों आरोपी कुंडापुर के पास गांव गंगोली के रहने वाले हैं। जिला पुलिस ने कहा कि पांच व्यक्ति ‘घातक हथियार’ ले जा रहे थे और उनमें से तीन मौके से भागने में सफल रहे। कुंदापुर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
वहीं, शनिवार को ही राज्य शिक्षा विभाग ने अहम दिशा-निर्देश जारी किए थे। शिक्षा विभाग ने अपने बयान में कहा है कि सभी सरकारी स्कूलों को राज्य सरकार द्वारा घोषित यूनिफॉर्म ड्रेस कोड का पालन करें। वहीं, निजी संस्थानों के छात्र स्कूल प्रबंधन द्वारा तय की गई ड्रेस कोड का पालन करें। अगर वहां कोई ड्रेस कोड नहीं है तो छात्र ऐसी पोशाकों को पहनें जो समानता, अखंडता और कानून व्यवस्था को प्रभावित न करें।
जनवरी में शुरू हुआ यह मामला
यह मुद्दा जनवरी में उडुपी की गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी में शुरू हुआ था, जहां छह छात्राएं तय ड्रेस कोड का उल्लंघन कर हिजाब पहनकर कक्षाओं में आई थीं। इसके बाद इसी तरह के मामले कुंडापुर और बिंदूर के कुछ अन्य कॉलेजों में भी आए। बेलगावी के रामदुर्ग यूनिवर्सिटी और हासन, चिक्कमंगलुरु और शिवमोगा में शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब या भगवा शॉल के साथ छात्र-छात्राओं के आने की घटनाएं और बन्नीमंतपा (मैसूर) में हिजाब के पक्ष में लड़कियों के एक समूह के प्रदर्शन करने की खबरें सामने आई हैं।