पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने मंत्री अखिल गिरि की, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पर माफी मांगी है। इतने दिनों के बाद आखिरकार इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ते हुए उन्होंने कहा कि वह मंत्री के बयान की निंदा करती हैं और इसके लिए माफी मांगती हैं। यदि भविष्य में उनकी पार्टी से किसी ने भी इस तरह का बयान दिया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का जाएगी।
गिरि के बयान के बाद लगातार तीन दिन से भाजपा राज्य के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रही थी। बनर्जी ने कहा, ‘अखिल गिरि ने जो कुछ कहा मैं उसकी निंदा करती हूं। मैं व्यक्तिगत रूप से राष्ट्रपति मुर्मू की बड़ी प्रशंसक हूं। मेरे दिल में उनके लिए बहुत सम्मान है। मैं माफी चाहती हूं। मैं अपनी पार्टी की तरफ से तह-ए-दल से माफी मांगती हूं।’ उन्होंने कहा, किसी ने गलती की है। हम उसका विरोध करते हैं। किसी भी हालत में ऐसे बयान का समर्थन नहीं किया जा सकता।
वहीं उन्होंने इस मामले में बीजेपी और केंद्र सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि हमारे बारे में जिस तरह रोजाना झूठी बातें कही जा रही हैं और गलत शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है, वो किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ममता बनर्जी ने कहा, मैं कई बार ‘किंभुत्किमाकर’ शब्द का इस्तेमाल करती हूं। यह शब्द शब्दकोश में है। मैंने कभी शब्दकोश से बाहर के शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। अगर कभी कोई गलत शब्द निकल जाता है तो तुरंत उसको वापस लेती हूं और स्वीकार करती हूं कि गलत बोला गया है।
टीएमसी नेता ने की राष्ट्रपति पर टिप्पणी
पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरी ने शुक्रवार (11 नवंबर) को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में एक रैली के दौरान कहा था कि बीजेपी ने कहा मैं अच्छा नहीं दिखता हूं। हम किसी को उसकी सुंदरता से नहीं आंकते हैं हम राष्ट्रपति पद का सम्मान करते हैं लेकिन हमारी राष्ट्रपति जी कैसी दिखती हैं? हालांकि बाद में चौतरफा हमलों के बाद उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए ये भी कहा था कि उनका बयान राष्ट्रपति का अनादर करने का नहीं था। उन्होंने इसके लिए माफी भी मांग ली थी।