मुंबई। मुंबई रेलवे विकास निगम (एमआरवीसी) ने एमयूटीपी (Mumbai Urban Transport Project) में महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए भारी धनराशि के बावजूद, इस वर्ष के बजट से केवल 650 करोड़ रुपये प्राप्त किए हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल केवल 100 करोड़ अतिरिक्त रुपये मिले हैं। राज्य में विभिन्न परियोजनाओं और अन्य कार्यों के लिए 7 हजार 107 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। हालाँकि, इंदौर से मनमाड के रास्ते मालेगाँव, अहमदाबाद से बीड-परली होते हुए वैजनाथ तक नए मार्गों के निर्माण का बड़ा प्रावधान है।
मुंबई रेलवे डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एमआरडीसी) ने मुंबई उपनगरीय रेलवे पर महत्वपूर्ण और पुरानी परियोजनाओं को गति देने के लिए केंद्र से भारी धनराशि मांगी थी, जो पिछले कुछ वर्षों से चल रही हैं। इनमें ठाणे से दिवा 5 वां -6 वां मार्ग, ऐरोली से कलवा एलिवेटेड मार्ग, पनवेल से कर्जत उपनगरीय मार्ग, विरार से दहानू चतुर्भुज, सीएसएमटी से कुर्ला 5 वां -6 वां मार्ग, मुंबई सेंट्रल से बोरिवली 6 वें मार्ग शामिल हैं।
एमआरवीसी के प्रबंध निदेशक रवि शंकर खुराना ने कहा कि इस साल के बजट में इन परियोजनाओं के लिए 650 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और शेष 650 करोड़ रुपये राज्य सरकार से आएंगे। पिछले साल बजट में 550 करोड़ रुपये मिले थे, जबकि बाकी 550 करोड़ रुपये राज्य सरकार से मिले थे। इस बीच, भूमि अधिग्रहण और वित्त पोषण के कारण, ये रेलवे परियोजनाएं आगे नहीं बढ़ सकीं।
मध्य रेलवे को 115 एस्केलेटर के निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये मिले हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत मुंबई स्टेशनों पर हैं। पश्चिम रेलवे ने स्पष्ट किया कि 7 फ्लाईओवर के काम के लिए 35 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि पैदल पुल और अन्य कार्यों के निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपये मिले हैं। कुछ अन्य छोटे कार्यों के लिए भी प्रावधान किया गया है।