मुंबई। कोरोना की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए मनपा ने कमर कस ली है। 15 जुलाई से पांचवां सर्वेक्षण शुरू करने का फैसला मनपा प्रशासन ने किया है. मनपा द्वारा बच्चों में एंटीबॉडी परीक्षण के लिए घोषित सीरो सर्वेक्षण के बाद पांचवा सर्वेक्षण किया जाएगा। अब तक चार सीरो सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद नया सर्वे शुरू किया जाएगा। यह सीरो सर्वेक्षण दूसरी लहर के बाद मुंबईकरों में उत्पादित एंटीबॉडी की मात्रा को देखेगा।
गौरतलब हो कि कोरोना की शुरुआत के बाद से मनपा द्वारा उच्च वर्ग, मध्यम वर्ग और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों में एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए सीरो सर्वेक्षण किया गया है। पिछले साल मनपा समेत कुछ अन्य संगठनों ने कोरोना के पहले चरण का सर्वेक्षण किया था। उस समय सर्वेक्षण में शामिल मुंबईकरों के रक्त के नमूनों में झोपड़पट्टियों में 57 फीसदी और इमारतों में 16 फीसदी एंटीबॉडी मिले थे।
पहले सर्वेक्षण में 6,936 नमूने एकत्र किए गए थे। दूसरे सर्वेक्षण में 5,840 लोगों के सैंपल लिए गए थे। उस समय झोपड़पट्टियों में औसतन लगभग 45 प्रतिशत और इमारतों में लगभग 18 प्रतिशत रक्त में एंटीबॉडी पाए गए थे। सर्वे के तीसरे चरण में 10,197 लोगों के ब्लड सैंपल की जांच की गई। इसमें 36.30 फीसदी मुंबईकरों में एंटीबॉडी पाई गई। इसके बाद एक अप्रैल से 15 जून तक सभी विभागों में चौथा सीरो सर्वे किया गया। इसमें 50 प्रतिशत से अधिक बच्चों में एंटीबॉडी पाई गई। पांचवां सर्वे 15 जुलाई से होगा, जिसमें मनपा के सभी विभागों में सर्वे कराया जाएगा।