खर्च का हिसाब न देने पर ‘अनुदान’ स्थगित
मनपा ने बेस्ट को धीरे से दिया जोर का झटका
मुंबई: आर्थिक संकट से जूझ रही बेस्ट प्रशासन को मनपा ने धीरे से जोर का झटका दिया है, जो बेस्ट के लिए बुरी खबर है. आर्थिक संकट के बीच बेस्ट प्रशासन हमेशा मनपा से आर्थिक मदद मांगती थी। पिछले कुछ साल से बीएमसी उन्हें मदद कर भी रही है। मनपा का मानना है कि बेस्ट जिन कामों के लिए पैसा लेती थी उस पर न खर्च कर दूसरे कामों पर खर्च करती है। बेस्ट की मनमानी और खर्च का ब्योरा न देने पर स्थाई समिति अध्यक्ष यशवंत जाधव ने बेस्ट को अनुदान नहीं देने का निर्देश दिया है।
बेस्ट समिति की तरफ से वित्तीय वर्ष 2021-2022 का बजट स्थायी समिति की बैठक में बेस्ट महाप्रबंधक सुरेंद्र कुमार बागड़े ने पेश किया था जिसमें कई खामियां पाने पर स्थायी समिति ने बेस्ट प्रशासन की अक्षमता पर अंकुश लगाने का निर्णय लिया है. स्थायी समिति अध्यक्ष यशवंत जाधव ने कहा कि बेस्ट बसों को सुचारू रूप से चलाने के लिए बीएमसी ने समय-समय पर बेस्ट को वित्तीय सहायता प्रदान की है.
अजोय मेहता जब बीएमसी कमिश्नर थे तब बेस्ट ने 2,000 करोड़ रुपये अनुदान की मांग की थी. लेकिन बेस्ट को स्वावलंबी बनाने के लिए मेहता ने एक भी पैसा अनुदान के रूप में नहीं देने का निर्णय लिया था. उस समय बेस्ट ने आग्रह किया था कि कम से कम 500 करोड़ रुपया तो दीजिए. बेस्ट की बसों पर बेक्र न लगे इसलिए मेहता ने 100 करोड़ रुपए मंजूर किए थे. लेकिन उसके बाद आए प्रवीण सिंह परदेशी ने बेस्ट को चलाने के लिए भरपूर सहायता राशि दी. बीएमसी अब तक बेस्ट को 2,500 करोड़ रुपए का अनुदान दे चुकी है. इस निधि का उपयोग कहां किया जाता है, उसका कुछ पता नहीं है. जिस कार्य के लिए अनुदान दिया गया है उसके लिए उपयोग नहीं करके दूसरे कार्यों के लिए किया गया. बेस्ट से उसके खर्चे का विवरण मांगा गया था लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी बेस्ट ने जानकारी उपलब्ध नहीं कराई. इसलिए जब तक बेस्ट अपने खर्च का विस्तृत जानकारी नहीं देता तब तक उसको मिलने वाला अनुदान स्थगित करने का निर्णय बेस्ट समिति ने लिया है.
बेस्ट महाप्रबंधक को कराया चुप
स्थायी समिति के निर्णय के बाद बेस्ट के महाप्रबंधक सुरेंद्र कुमार बागडे विवरण देने के लिए खड़े हुए थे लेकिन सभा के नियमों का हवाला देकर अध्यक्ष ने उनको बोलने की अनुमति नहीं दी. अध्यक्ष ने कहा कि अगली बैठक में खर्च का पूरा विवरण समिति के सामने प्रस्तुत करें.