ठेकेदारों पर मनपा अधिकारियों की मेहरबानी
कांट्रेक्ट खत्म होते ही दे दिया ठेका विस्तार
मुंबई-कोरोना काल में मनपा के कोविड अस्पतालों में भोजन आपूर्ति करने वाले ठेकेदारों का ठेका अवधि खत्म होते ही बिना उचित प्रक्रिया के उन्हें फिर से ठेका विस्तार देकर मनपा अधिकारियों ने अपनी विवादित कार्यप्रणाली का परिचय दिया है. नगरसेवकों ने बार-बार ठेकेदारों और मनपा के कुछ अधिकारियों पर उदार होने के साथ सांठगांठ करने का आरोप लगाया है. इसका नया नजारा उस समय देखने को मिला जब मनपा के पांच उपनगरीय अस्पतालों में रोगियों को भोजन की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार की अनुबंध खत्म होने के बाद उन्हें बिना निविदा प्रक्रिया के ही ठेका विस्तार दे दिया गया.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए निविदा प्रक्रिया आयोजित की गई थी, लेकिन निविदा प्रक्रिया पूरा होने से पहले ही नए ठेकेदार की नियुक्ति होने तक के लिए मौजूदा ठेकेदार को ठेका विस्तार दे दिया गया है. जबकि मनपा प्रशासन ने अनुबंध की अवधि समाप्त होने से पहले ही निविदा निकाल दी थी. केवल नए ठेकेदार का चयन करना शेष था. फिर भी आनन फानन में मौजूदा ठेकेदार के ठेका कार्य का विस्तार कर दिया गया.
मनपा सूत्रों के अनुसार मनपा के एन. देसाई, बांद्रा स्थित भाभा, कुर्ला स्थित भाभा, एम. टी. अग्रवाल और घाटकोपर के मुक्ताबाई अस्पताल में पहले मरीजों, डॉक्टरों और कर्मचारियों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए ठेकेदार नियुक्त किया गया था. लेकिन नए ठेकेदार के चयन के लिए निविदा प्रक्रिया लागू नहीं होने के कारण नए ठेकेदार का चयन नहीं किया जा सका. इसलिए मनपा ने फिर से मौजूदा ठेकेदार को तीन महीने की अवधि के लिए अनुबंध को बढ़ा दिया है.
मनपा अधिकारी निविदा प्रक्रिया के माध्यम से अपने पसंद के ठेकेदार की नियुक्ति की योजना बना रहे हैं. आरोप है कि मनपा अधिकारी अपने पसंद के ठेकेदार की नियुक्ति के लिए निविदा प्रक्रिया में जानबूझ कर देरी कर रहे हैं.