मुंबई। दक्षिण मुंबई के परेल इलाके में स्थित केईएम अस्पताल, टाटा अस्पताल, वाडिया अस्पताल तथा टीबी अस्पताल में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। मुंबई में आवास की कमी और कुछ पल आराम करने की मजबूरी के कारण, कई बार मरीज और उनके रिश्तेदारों को परेल स्थित हिंदमाता पुल के नीचे रहना पड़ता है। लेकिन अब मुंबई मनपा के चलते ये मरीज और उनके रिश्तेदार यहां नहीं रह पाएंगे।
मनपा इस पुल के नीचे सुरक्षा बाड़ लगा कर प्रवेश पर रोक लगाने जा रहा है। इस आशय का एक प्रस्ताव इस महीने मनपा की आम सभा में शामिल किया गया है। इन सभी कार्यों के लिए कॉर्पोरेशन 5 करोड़ 66 लाख 28 हजार रुपये खर्च करेगा।
गौरतलब हो कि मुंबई में महाराष्ट्र से ही नहीं, देश के कोने कोने से लोग गंभीर बीमारियों का ईलाज कराने के लिए यहां आते हैं. चूंकि रहने के लिए कोई व्यवस्था नहीं होती है इसलिए वे इस क्षेत्र के फुटपाथों और हिंदमाता समेत अन्य उड़ान पुलों के नीचे रहते हैं। इस वजह से कभी कभी स्थानीय लोगों को विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है जिसके चलते शिकायत करते हैं।
मनपा ने अतीत में इन रोगियों के लिए अपने रिश्तेदारों के साथ धर्मशालाओं में रहने की व्यवस्था की है। लेकिन मरीजों और उनके रिश्तेदारों की बढ़ती संख्या से विकल्प के अभाव में पुल के नीचे और फुटपाथों पर रहते हैं। इसके मद्देनजर मनपा ने अब इस पुल के नीचे बाड़ लगाने का फैसला किया है। इसी कड़ी में मनपा द्वारा दादर स्थित जगन्नाथ शंकर शेठ फ्लाई ओवर के नीचे एक पार्क का निर्माण कराया जा रहा है। इसके तहत फ्लाई ओवर के कुछ हिस्सों को बंद कर दिया जाएगा। इसके साथ मनपा ने हिंदमाता फ्लाईओवर के नीचे भी बाड़ लगाने का फैसला किया है।