मुलुंड- ठाणे के बीच चलने वाली बसों के फेरियों से टीएमटी को मिला आधार
प्रतिदिन हो रही है 12 लाख आमदनी वैश्विक महामारी कोरोना के आर्थिक संकट से गुजर रही ठाणे परिवहन सेवा (टीएमटी) को मुलुंड से ठाणे के बीच चलने वाली बसों का आधार मिला हैं. क्योंकि इस रूट पर प्रतिदिन ठाणे परिवहन प्रशासन को करीब 12 लाख रुपए से अधिक की आमदनी हो रही हैं.
आपको बतादें कि मार्च महीने में कोरोना के दस्तक के बाद आए आम लोगों की लाइफ लाईन मानी जाने वाली लोकल सेवा बन्द हो गई थी. इस वैश्विक महामारी का असर बसों के संचालन पर भी पड़ा था. मार्च अप्रैल और महीने में लॉक डाऊन के दौरान सिर्फ कुछ अत्यावश्यक संचालन को छोड़कर बाकी सभी ठाणे परिवहन सेवा की बसें भी बन्द थी. हलांकि धीरे-धीरे लॉक डाऊन शिथिल हुआ और अनलॉक शुरू हुआ. जिसमें ऑटो रिक्शा, बस और निजी वाहनों के आवागमन की शुरुआत हुई लेकिन वहीं दूसरी तरफ मुंबई की जीवन रेखा लोकल ट्रेनें आज भी कुछ लोगों के लिए मर्यादित तौर पर शुरू हैं. ऐसे समय में नौकरी पेशा वालों के लिए टीएमटी बस ही एकमात्र सहारा बना हुआ हैं और ठाणे कर भी इसका बखूबी फायदा उठाते दिखाई दे रहे हैं.
पहले जहां लोग नौकरी पर जाने के लिए लोकल ट्रेन पकड़ने के लिए ठाणे स्टेशन जाया करते थे वे अब मुलुंड की तरफ अधिक जा रहे हैं क्योंकि मुलुंड से बेस्ट की कई बसें विभिन्न स्थानों के लिए जाती हैं. इसलिए पहले जहां ठाणे से मुलुंड के मार्ग पर चलने वाली टीएमटी बस का आय प्रतिदिन 8 लाख रुपए था. वह अब बढ़कर 12 लाख रुपए प्रतिदिन पहुंच गया हैं. इसलिए इस दैनिक आमदनी को देखते हुए ठाणे परिवहन प्रशासन ने इस रूट पर बसों की फेरियां भी बढ़ा दिया. जिसका लाभ ठाणे कर जम कर लेते नजर आ रहे हैं.