शीना बोरा हत्याकांड मामले (Sheena Bora Murder Case) की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) को शुक्रवार को मुंबई की भायखला जेल से रिहा कर दिया गया. इंद्राणी को विशेष सीबीआई अदालत द्वारा 2 लाख रुपये के मुचलके पर जमानत दी गई थी. इस फैसले के एक दिन बाद इंद्राणी को रिहा किया गया.
जेल से बाहर आने के बाद इंद्राणी मुखर्जी ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं. उन्होंने कहा कि अभी घर जा रही हूं. अभी आगे की कोई योजना नहीं है, सिर्फ घर जाना है. बता दें कि इंद्राणी मुखर्जी पिछले साढ़े छ सालों से जेल में बंद थीं.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने इंद्राणी मुखर्जी (50) की जमानत बुधवार को मंजूर ली थी और यहां निचली अदालत को उनकी जमानत संबंधी शर्तें तय करने का निर्देश दिया था. मुखर्जी को हत्या के मामले में साढ़े छह साल पहले गिरफ्तार किया गया था। वह अगस्त 2015 में गिरफ्तारी के बाद से मुंबई के भायखला महिला कारागार में बंद थीं.
सीबीआई के विशेष न्यायाधीश वी सी बर्दे ने मुखर्जी को दो सप्ताह के भीतर जमानदार मुहैया कराने का गुरुवार को आदेश दिया था। न्यायाधीश ने अपने आदेश में कहा कि इस बीच वह जैसे ही समान राशि का नकद मुचलका जमा करती हैं, उन्हें रिहा किया जा सकता है.
न्यायाधीश ने अपने आदेश में कहा था कि मुखर्जी को अपना पासपोर्ट विशेष अदालत को सौंपना होगा और वह अदालत की अनुमति के बिना भारत से बाहर नहीं जा सकतीं। अदालत ने मुखर्जी को मामले के किसी भी गवाह से संपर्क नहीं करने और सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करने का भी निर्देश दिया। अदालत ने कहा कि मुखर्जी को सुनवाई में शामिल होना होगा और वह स्थगन का अनुरोध नहीं कर सकती.
शीना के जिंदा होने का किया था दावा
पिछले साल इंद्राणी मुखर्जी ने सीबीआई को पत्र लिखकर दावा किया था कि शीना बोरा जिंदा है और कश्मीर में है. इस दावे ने सभी को चौंका दिया था। इंद्राणी मुखर्जी ने सीबीआई निदेशक को बताया था कि उनकी बेटी जिंदा है और वह इस वक्त कश्मीर में है, जांच एजेंसी उसकी तलाश शुरू करे.
शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी हैं इंद्राणी मुखर्जी
मुंबई पुलिस ने मुखर्जी को अप्रैल 2012 में अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या करने के आरोप में 2015 में गिरफ्तार किया था. मुखर्जी की गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी. इंद्राणी मुखर्जी अपनी ही बेटी शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी है. शीना का 2012 में कथित तौर पर अपहरण कर हत्या कर दी गई थी और उसके शरीर को मुंबई के बाहरी इलाके में एक गड्ढे में छोड़ दिया गया था.
शीना बोरा हत्याकांड का पूरा मामला
23 मई साल 2012 को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के जंगलों में पुलिस को एक शव मिला जो कि पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो चुका था. इसके बाद ये मामला यहीं दबा पड़ा रहा. इसके बाद साल 2015 में 21 अगस्त को अचानक से इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय को पुलिस ने हथियार रखने के मामले में गिरफ्तार किया जिसने कड़ाई से पूछताछ के बाद कबूल किया कि शीना बोरा की हत्या में इंद्राणी मुखर्जी का हाथ था.
25 अगस्त 2015 को शीना बोरा मर्डर केस में इंद्राणी मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया. सीबीआई ने उस क्षत-विक्षत शव को ही शीना का शव बताया और बाद में इंद्राणी मुखर्जी से कड़ाई से की गई पूछताछ में पूरी कहानी सामने आई.
दरअसल शीना बोरा इंद्राणी मुखर्जी की पहले पति की बेटी थी और वो इंद्राणी के साथ उसकी बहन बनकर रहती थी. इस बात की सच्चाई सिर्फ शीना को पता थी या फिर इंद्राणी को. वहीं इंद्राणी ने पीटर मुखर्जी से तीसरी शादी की थी. पीटर का एक बेटा था जिसके साथ शीना बोरा का अफेयर था. इंद्राणी की पीटर से शादी हो जाने के बाद पीटर का बेटा शीना का सौतेला भाई लगता था. इसी सच को छुपाने के लिए इंद्राणी ने अपनी बेटी की हत्या कर दी थी.
कौन है इंद्राणी मुखर्जी
इंद्राणी मुखर्जी देश की जानी मानी मीडिया हस्तियों में से एक थी. वो पीटर मुखर्जी की दूसरी पत्नी थी. पीटर मुखर्जी जिन्होंने देश में स्टार इंडिया चैनल को चमकाने में बड़ी भूमिका निभाई थी. आपको बता दें कि इंद्राणी मुखर्जी की ये तीसरी शादी थी. इंद्राणी का जन्म असम के गुवाहाटी में साल 1972 में हुआ था. वो 1996 में एक कोलकाता की INX सर्विसेज नाम की प्राइवेट कंपनी में बतौर एचआर हेड काम करती थीं साल 2001 में वो कोलकाता से मुंबई आई जिसके बाद उन्होंने स्टार इंडिया के लिए भी रिक्रूटमेंट देखना शुरू कर दिया. यहीं पर उनकी मुलाकात पीटर मुखर्जी से हुई. साल 2002 में दोनों ने शादी कर ली थी.