देशभर में शुक्रवार को अनंत चतुर्दशी के मौके पर गणपति को विदाई दी गई। इसी बीच महाराष्ट्र में बप्पा को विदाई देने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। मुंबई में भी शहर के सबसे प्रसिद्ध लालबागचा राजा की गणेश प्रतिमा की भी शनिवार को गिरगांव चौपाटी में विसर्जित किया गया। उन्हें विदाई देने के लिए पूरा शहर सड़कों पर निकल आया।
हर बार की तरह इस बार भी लालबाग के राजा का विसर्जन जुलूस काफी लंबा रहा है। रात भर लोग नाचते गाते बाप्पा की विदाई जुलूस में शामिल हुए और अगले साल जल्दी आने की प्रार्थना करते दिखे। मुंबई के गिरगांव चौपाटी पर लाडले गणपति बप्पा को विदाई दी गई। लालबाग के राजा को नावों के माध्यम से अंतिम विदाई दी गई है। लालबाग के राजा का हर साल की तरह इस बार भी शाही विसर्जन समारोह देखने को मिला।
मुंबई पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कोरोना के 2 साल बाद लोग पूरे जोश से त्योहार मना रहें हैं। विसर्जन पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी है। विसर्जन में किसी तरह की कोई अनहोनी न हो इसके लिए मुंबई पुलिस के 19 हजार जवानों को सुरक्षा में लगाया गया।
बप्पा के दरबार में सेलिब्रिटी के साथ-साथ राजनेता हर साल हाजिरी लगाने आते हैं। वहीं लालबाग के राजा पर भक्तों ने हर साल की तरह इस बार भी अपार श्रद्धा दिखाई है। जानकारी के अनुसार बुधवार तक 6.5 करोड़ से अधिक भक्तों ने दान पेटी में चढ़ाये हैं। इससे पहले मंगलवार तक लालबाग के राजा मंडल को 5.1 करोड़ रुपये का चंदा मिल चुका था। बुधवार को इसमें डेढ़ करोड़ से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
वैसे तो हर राज्य में ये उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन महाराष्ट्र में इस पर्व का अलग ही महत्व है। यहां बप्पा के आने के बाद से ही हर शहर हर घर में खुशी तो होती ही है, साथ ही पूरे राज्य में भारी भीड़ उमड़ती है। गणेश जी की बड़ी-बड़ी मूर्तियां विराजमान की जाती हैं। जुलूस निकाले जाते हैं। ये खुशहाल नजारा बप्पा के विराजमान होने से लेकर विसर्जित होने तक रहता है।