पोती के साथ रेप करने वाले अपने बेटे को एक मां ने सलाखों के पीछे पहुंचवा दिया है. मुंबई की एक विशेष अदालत ने 37 वर्षीय शख्स को दोषी ठहराते हुए 25 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई. इस केस का तीन महीने में ट्रायल पूरा हुआ.
वहीं विशेष न्यायाधीश भारती काले ने सोमवार को कहा, “न्याय मांगने के लिए दादी की सराहना की जानी चाहिए, भले ही उन्हें अब इस उम्र में आरोपी के बच्चों की देखभाल करने होगी.”
गौरतलब है कि घटना से सात साल पहले बच्ची की मां परिवार छोड़कर चली गई थी. पीड़ित बच्ची अपने पिता, दादा-दादी, चाचा और दो भाई-बहनों के साथ 10×10 कमरे के मकान में रहती थी. आरोपी द्वारा पहली बार उसका यौन उत्पीड़न शुरू करने के एक साल बाद मई 2021 में उसने अपनी दादी को पूरी बात बताई.
जिसके बाद दादी ने पुलिस से शिकायत की. बच्ची और उसकी दादी दोनों ने आरोपी के खिलाफ कोर्ट में गवाही दी. बच्ची, जो अब एक आश्रय गृह में है, ने कहा कि जब घर में सब सो जाते थे तब उसके पिता कमरे के एक कोने में उसका यौन उत्पीड़न करते थे.
वहीं रेप के दोषी ने कोर्ट में नरमी की याचिका देते हुए कहा था कि उसके बच्चों की देखभाल करने वाला कोई नहीं है. लेकिन कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी. न्यायाधीश ने कहा कि उसने अपनी ही बेटी का यौन उत्पीड़न किया था. उसके साथ कैसे नरमी बरती जा सकती है.