मुंबई की ट्रैफिक पुलिस को 26/11 जैसे हमले की धमकी मिली है। ट्रैफिक पुलिस के कंट्रोल रूम के व्हाट्सऐप हेल्पलाइन नंबर पर यह मैसेज आया है। इसमें मुंबई में एक बार फिर 26/11 जैसे आतंकी हमला किए जाने को लेकर धमकी दी गई है. धमकी भरे मैसेज में कहा गया है कि भारत में 6 लोग योजना को अंजाम देंगे। धमकी मिलने के बाद पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
रिपोर्ट के अनुसार मुंबई में 26/11 जैसे हमले की धमकी मिलने के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है। मुंबई ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल के वाट्सएप पर पाकिस्तानी नंबर से मैसेज आया है। इस मैसेज को भेजने वाले ने कहा कि लोकेशन ट्रेस करोगे तो वो भारत के बाहर का मिलेगा और मुंबई में ब्लास्ट हो जाएगा। इस मामले की जांच में अब पुलिस जुट गई है।
दरअसल मुंबई ट्रैफिक कंट्रोल के नंबर पर +923029858353 नंबर से आए वाट्सएप मैसेज आया हुआ है। कंट्रोल के नंबर पर आए मैसेज में लिखा गया है कि मुंबई में हमला होने वाला है। ये अटैक 26/11 की नई ताजा याद दिलाएगा। साथ ही मैसेज में लिखा गया है कि यूपी एटीएस मुंबई को उड़वाना चाहती है। जिसमें कुछ भारतीय मेरे साथ है। इस मैसेज में कुछ के नाम भी साझा किये गए हैं।
फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने की कोशिश में है कि यह धमकी भरा मैसेज किसी आतंकी संगठन के द्वारा भेजा गया है या फिर किसी व्यक्ति के द्वारा भेजा गया है। हालांकि मामले की गंभीरता देते हुए पुलिस एक्टिव हो गई है। जानकारी के अनुसार, धमकी भरा मैसेज आने के बाद इस मामले में अन्य एजेंसियों को भी जांच में शामिल किया गया है।
रायगढ़ में मिली थी AK 47
एक दिन पहले महाराष्ट्र के रायगढ़ में समुद्र में एक संदिग्ध बोट मिली थी, जिससे तीन AK-47 और कुछ बुलेट्स बरामद किए गए थे। शुरुआती जांच में भारत में आतंकी हमले की आशंका जताई गई थी, लेकिन महाराष्ट्र के डिप्टी CM और इंडियन कोस्ट गार्ड के अधिकारी ने किसी प्रकार के आतंकी पहलू से इनकार कर दिया था।
अधिकारी ने बताया कि फिलहाल आतंकी साजिश जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। हालांकि, सुरक्षा के लिहाज से NIA और ATS की टीम मामले की जांच कर रही हैं। शुक्रवार को पुलिस ने बताया कि जिस बॉक्स में हथियार रखे हुए थे, उस पर अंग्रेजी में नेप्च्यून मैरिटाइम सिक्योरिटी लिखा हुआ है। यह कंपनी ब्रिटेन की है।
क्या हुआ था 26/11 को?
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान के 10 आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। यह देश में हुए सबसे भयावह आतंकवादी हमलों में से एक है. इस हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी और 300 से अधिक लोग घायल हुए थे। सुरक्षा बलों ने नौ आतंकवादियों को मार गिराया था, जबकि एकमात्र जिंदा पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब को चार साल बाद फांसी दे दी गई थी।