मुंबई (Mumbai) के भायखला चिड़ियाघर में पेंग्विन की देखभाल के लिए भारी खर्च किए जाने के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने शिवसेना पर निशाना साधा है. कांग्रेस (Congress) ने भायखला चिड़ियाघर (Byculla Zoo) में अगले तीन साल के लिए 7 पेंगविन की देखभाल (Maintenance of Penguins) के लिये करीब 3 करोड़ रुपये की निविदा जारी करने पर शिवसेना (Shiv Sena) शासित महानगर पालिका (BMC) की आलोचना की है. ऐसे में पेंग्विन के मुद्दे को लेकर शिवसेना सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे एक बार फिर फंसते दिख रहे हैं.
बीएमसी (BMC) में विपक्ष के नेता कांग्रेस के रवि राजा (Ravi Raja) ने कहा, ‘तीन साल के मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट के तहत पेंगविन पर पहले ही 10 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं और अब वो करार इसी महीने सितंबर में खत्म हो रहा है.
बीएमसी में विपक्ष के नेता राजा ने कहा, ‘मेरी आपत्ति यह है कि पेंग्विन की देखभाल के लिए इतना खर्च करने की आखिर क्या जरूरत है?’ दरअसल BMC ने पिछले महीने की 13 अगस्त को पेंग्विन की देखभाल समेत उनके आइसोलेशन और उनके सेहत की देखभाल के नाम पर 36 महीने यानी तीन साल के लिए 15.26 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया था.
राजा ने एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए आरोप लगाया कि ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए ये कांट्रैक्ट दिया गया. वहीं, बीजेपी विधायक नितेश राणे (Nitish Rane) ने कहा कि कोविड ड्यूटी में तैनात कर्मियों को समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है जबकि सरकार पेंगविन के लिए 15 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करना चाहती है.
वहीं, पेंग्विन के रखरखाव की जरूरतों का बचाव करते हुए मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर (Kishori Pednekar) ने कहा, पहले भी इस मुद्दे पर राजनीति होती रही है. किशोरी पेडनेकर ने कहा कि पेंग्विन मुंबई की एक विशिष्ट पहचान और चिड़ियाघर का मुख्य आकर्षण बन गए हैं. उन्होंने कहा कि ये खर्चे निश्चित तापमान वाले बाड़े के रख रखाव से संबंधित होते हैं. महामारी के वक्त चिड़ियाघर बंद था. लेकिन, जल्द ही लोग इन्हें देखकर आकर्षित होंगे. उन्होंने कहा कि अगर टेंडर में कोई अनावश्यक वृद्धि हुई है, तो हम समीक्षा करेंगे. लेकिन, रखरखाव की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं होगा.