गत चार महीने से ठाणे शहर कोरोना रोग की मार झेल रहा है। ठाणे मनपा का पूरा प्रशासनतंत्र कोरोना रोकने के अभियान में जुटा रहा है। जिस कारण चाहकर मनपा प्रशासन बारिश के दौरान भी सडक दुरुस्ती का काम नहीं कर पाया। शहर की अधिकांश सडकें गड्डामय बन चुकी है। जल्द ही गणपति का आगमन होनेवाला है। ऐसी स्थिति में यदि सडकें समय रहते गड्ढामुक्त नहीं की गई तो गणेशभक्त इन गड्ढों में गिरेंगे।इन बातों का जिक्र करते हुए ठाणे राकांपा के शहर जिला महासचिव संतोष तिवारी ने ठाणे मनपा प्रशासन से आग्रह किया है कि शहर की तमाम सडकों को गड्ढामुक्त किया जाए। अन्यथा गणेशभक्त अपना रोष जताने को विवश होंगे।
इस सच से इंकार नहीं किया जा सकता है कि कोरोना के कारण ठाणे मनपा का पूरा तंत्र उसकी रोकथाम में ही लगा रहा है। जिस कारण शहर की सडकों को राम भरोसे छोड़ दिया गया। बारिश आगमन के साथ ही इन सडकों पर गड्ढे निकलने का सिलसिला शुरू हो गया। लेकिन इस ओर मनपा प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। इन बातों का जिक्र करते हुए संतोष तिवारी ने कहा है कि मनपा प्रशासन शहर में सडक द़ुरु्ती का काम तेज गति से करे। ताकि गणेशोत्सव के पहले सडकों को गड्ढामुक्त किया जा सके।
इस समय ठाणे शहर की विभिन्न सडक़ों का गड्ढों के कारण बुरा हाल है। किसी भी समय दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। कहा गया है कि कामगार अस्पताल, माजिवाडा, तीनहाथ नाका, कलवा , मुंब्रा के साथ ही दिवा परिसर की सडकों क़ा गड्ढों के कारण बुरा हाल है। स्थानीय नागरिक इस स्थिति से परेशान हैं।लेकिन गणपति उत्सव के निमित्त भक्तों की परेशानी और भी बढ़ गई है। उनका कहना है कि यदि समय के पहले गड्ढे नहीं पाटे गए तो गणेशभक्त उसमें गिरने को विवश होंगे। इन बातों का जिक्र करते हुए संतोष तिवारी ने ठाणे मनपा आयुक्त डॉ. विपीन शर्मा से आग्रह किया है कि इस समस्या का समाधान करने हेतु संबंधित विभाग को निर्देश दिए जाए।
विदित हो कि इस बार बारिस के दौरान सडकों पर निकलनेवाले गड्ढों को भरने के लिए मनपा प्रशासन ने दो करोड़ १५ लाख की निधि मंजूर की है। अगस्त महीने में लगातार बारिस के कारण सडक द़ुरुस्ती का काम नहीं किया जा रहा है.। जबकि शहर में डांबर की अधिक सडकें हैं। जबकि इन गड्ढों को कोल्ड मिक्स, डांबर और सीमेंट कंक्रीट से भरा जाना है। इन बातों का जिक्र करते हुए तिवारी ने कहा है कि वैसे मनपा का दावा है कि ठाणे शहर में करीब १६ हजार वर्गमीटर गड्ढे हैं। यदि समय रहते इसे नहीं पाटा गया तो गणेशभक्तों को परेशानी हो सकती है।