ए और बी वर्ग के अधिकारियों ने जताया निषेध
ठाणे–राज्य सरकार द्वारा जारी किये आदेश के अनुसार सरकारी कार्यालयों में सौ फीसदी उपस्थिति का अब विरोध शुरू हो गया है. सरकारी कार्यालयों में तैनात ए और बी वर्ग के सभी अधिकारियों ने इस आदेश की खिलाफ में सोमवार को निषेध दिवस मनाया.
ठाणे जिला राजपत्रित अधिकारी महासंघ समन्वय समिति से जुड़े अधिकारियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर से मुलाकात की और मुख्यमंत्री के नाम लिखा एक पत्र उन्हें बतौर ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में अधिकारियों ने पिछले पंद्रह दिनों के दौरान कार्यालय में सौ फीसदी उपस्थिति के चलते पैदा हो रही समस्या यों की जानकारी साझा की है. अधिकारियों का कहना है की “मेरा कुटुंब- मेरी जबाबदारी” इस सरकारी घोष वाक्य की तरह ही उन्हें भी अपने परिवार की चिंता है. बार-बार ध्यान खींचने के बावजूद इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है. ऐसे में अगर इस बारे में जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो उनकी तरफ से काम बंद आंदोलन किया जा सकता है. प्रतिनिधि मंडल में उपाध्यक्ष मोहन पवार, सचिव शेषराव बड़े, बालकृष्ण क्षीरसागर, डॉक्टर अविनाश भागवत इत्यादि पदाधिकारी शामिल थे.