श्री विक्रम संवत 2077, 10 पौष मास शाके 1942, दक्षिणायन उत्तरगोल, पौष मास 16 प्रविष्टे, 15 जमादिउलअवल हिजरी 1442, पौष मास (पूर्णिमांत) कृष्ण पक्ष, गुरुवासरे, प्रतिपदा तिथि 09:30 तक उपरांत द्वितीया तिथि, पुनर्वसु नक्षत्र 19:48 तक उपरांत पुष्य नक्षत्र, ऐंद्र योग 14:50 तक उपरांत वैधृति योग, कौलव करण 09:30 तक उपरांत तैतिल करण 21:35 तक तदोपरांत गर करण, सूर्योदय लग्न धनु 15°40′, चंद्रमा मिथुन राशि में 13:37 तक उपरांत कर्क राशि में, सूर्य नक्षत्र पूर्वाषाढा।
सूर्योदय : 06:51:58
सूर्यास्त : 17:41:42
चंद्रोदय : 18:51:10
चंद्रास्त : 31:05:33
राहुकाल : 13:38 – 14:59 तक।
अभिजीत : 11:52 – 12:36 तक।
राशिफल
मेष: (चू,चे,चो,ला,ली,लू,ले,लो,अ)
व्यवसाय में आशातीत लाभ होगा, परिवार के किसी सदस्य का स्वास्थ्य नरम रहेगा, प्रियजनों का सहयोग मिलेगा, आलस्य का त्याग करें।
वृषभ: (ई,उ,ए,ओ,वा,वी,वु,वे,वो)
पूर्व की योजनाओं पर काम करने का समय है, प्रियजनों की कमी महसूस करेंगे, मित्रों के सहयोग से कार्य सफल होंगे, धन लाभ होगा।
मिथुन: (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
शत्रु पराजित होंगे, धन लाभ होगा, स्वास्थ्य नरम रह सकता है, खर्चे को नियंत्रित करें।
कर्क: ( ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
कार्यों में त्वरित सफलता मिलेगी, व्यवसाय में लाभ होगा, स्वास्थ्य उत्तम रहेगा, पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
सिंह: ( मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
खर्चे की अधिकता रहेगी, मानसिक उलझनों का सामना करना पड़ सकता है, किसी से भी जानकारी शेयर ना करें।
कन्या: ( टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
स्वास्थ्य में सुधार होगा, व्यवसाय में लाभ होगा, प्रियजनों का सहयोग मिलेगा, खुद पर भरोसा रखें।
तुला: ( रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
स्वास्थ्य में सुधार होगा, धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं, पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी, धन लाभ होगा।
वृश्चिक: (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
रुके कार्य पूरे होंगे, रिश्तों में मिठास बढ़ेगी, यात्राएं लाभदायक सिद्ध होंगी, जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।
धनु: ( ये, यो, भा, भी, भू, ध, फ, ढ, भे)
यात्राओं में सावधानी बरतें, व्यवसाय मंदा रहेगा, किसी बात के लिए जीवनसाथी पर दबाव ना डालें, परिवार में समय दें।
मकर: ( भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
प्रियजनों से मुलाकात होगी, जीवनसाथी की सलाह पर अमल करें, व्यवसाय में उन्नति करेंगे, घर में खुशहाली रहेगी।
कुंभ: ( गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
धार्मिक आस्था में वृद्धि होगी, ऋण-रोग-शत्रु नष्ट होंगे, यात्राओं में लाभ होगा, बाहर के भोजन का परहेज करें।
मीन: ( दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
भाग्य में वृद्धि होगी, प्रेम सम्बन्धों में मिठास बढ़ेगी, व्यवसाय में लाभ होगा, स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।