किराया घटाने के बावजूद भी नहीं मिल रहे यात्री
मुंबई, वैश्विक महामारी कोरोना के कारण बंद की गई परिवहन सेवाएं ‘मिशन स्टार्ट अगेन’ के तहत फिर से शुरू कर दी गयी हैं लेकिन एसटी बेड़े की वातानुकूलित ‘शिवनेरी’ बसों को यात्री नहीं मिल रहे हैं। आलम यह यह हो गया है कि किराया कम करने के बावजूद भी यात्रियों का प्रतिसाद नहीं मिल रहा है। मिशन स्टार्ट अगेन की इसी कड़ी में आवश्यक सेवा कर्मियों के लिए लोकल ट्रेन को शुरू किया गया, एसटी कॉर्पोरेशन की परिवहन सेवा आम जनता के लिए शुरू की गई थी। इसी अभियान के तहत मुंबई, ठाणे से पुणे मार्ग पर वातानुकूलित शिवनेरी सेवा, जिसकी एसटी की सेवाओं में सबसे अधिक मांग थी, को भी बहाल कर दिया गया है। लेकिन दोनों शहरों के नागरिकों ने कोरोना के डर से शिवनेरी बस से यात्रा नहीं करने का निर्णय लिया है।
मात्र 10 से 15 प्रतिशत ही प्रतिसाद
पिछले 20 दिनों में शिवनेरी सेवा को केवल 10 से 15 प्रतिशत ही यात्रियों से प्रतिसाद मिला है। वर्तमान में शिवनेरी को 44 के बजाय केवल 22 यात्रियों को ही ले जाने की अनुमति है। शिवनेरी को मुंबई और ठाणे से आने-जाने के लिए कम यात्री मिल रहे हैं। एसटी के एक अधिकारी के अनुसार शिवनेरी से मुंबई तथा पुणे रेलवे स्टेशन के लिए 31 ट्रिप लगाए जा रहे हैं। जबकि ठाणे से पुणे मार्ग पर 14 राउंड ट्रिप लगाए जा रहे हैं। यही नहीं पुणे से मुंबई और ठाणे आने वाली ट्रेनों को भी 10 से 15 प्रतिशत यात्रियों का प्रतिसाद मिल रहा है। वर्तमान में इन दोनों शहरों में बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। इसलिए यात्रियों की संख्या कम है। पिछले साल जुलाई में शिवनेरी का किराया 120 रुपये से घटाकर 80 रुपये कर दिया गया था। इससे शिवनेरी का सफर सस्ता हो गया। किराया घटाने के कारण 2018 की तुलना में 2019 में शिवनेरी के दैनिक यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई थी। यह संख्या 21,000 तक पहुंच गई थी। यह वृद्धि फरवरी 2020 तक जारी रही। बसों की संख्या भी बढ़कर 300 कर दी गई थी। लेकिन कोरोना के कारण शिवनेरी को यात्री नहीं मिल रहे हैं।