देश में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 2,927 नये मामले सामने आए और 2,252 लोग ठीक हुए। सक्रिय मामले 16,279 हैं। इस दौरान पिछले 24 घंटों में 32 मौतें भी दर्ज की गई हैं.
इससे पहले मंगलवार को भारत में 2,483 नए मामले सामने आए थे। 12 मार्च के बाद से भारत में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। 12 मार्च को भारत में 3116 मामले दर्ज किए गए थे।
चौंकाने वाली बात ये है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी दिल्ली एनसीआर में सबसे ज्यादा मामले पाए गए हैं। जहां दिल्ली में 1200 से ज्यादा मामले पाए गए हैं तो वहीं गुरुग्राम में भी ये आंकड़ा 400 के पार है। यानी पूरे भारत में पाए गए मामलों का आधे से ज्यादा अकेले दिल्ली एनसीआर में है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस दौरान सकारात्मकता दर 4.64 प्रतिशत रही. राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को 1,011 मामले सामने आए थे और एक व्यक्ति की मौत हुई थी जबकि सकारात्मकता दर बढ़कर 6.42 प्रतिशत हो गई थी. स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 18,77,091 और मृतकों की संख्या 26,169 है.
उधर, मुंबई ने भी मंगलवार को कोरोना के 102 नए मामले दर्ज किये गये। मुंबई में इस साल 27 फरवरी के बाद यह एक दिन में सबसे अधिक वृद्धि है। इसके साथ ही मुंबई में संक्रमितों का कुल आंकड़ा बढ़कर 10,59,433 हो गया।
बता दें कि महानगर में पिछले दो दिनों में रोजाना सामने आ रहे कोरोना के मामले दोगुने से अधिक हो गए हैं। रविवार को मुंबई में महज 45 मामले दर्ज किए गए, जो मंगलवार को बढ़कर 102 हो गये। इससे पहले 27 फरवरी को यहां कोरोना के 103 नए केस दर्ज किये गए थे।
पीएम मोदी ने बुलाई बैठक
अगर देश की बात की जाए तो पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमण के, रोजाना दो हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। पीएम मोदी ने इसे गंभीरता से लेते हुए बुधवार को इस मामले पर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की वर्चुअल बैठक बुलाई है।
पीएम के ट्वीट के मुताबिक 27 अप्रैल को 12 बजे दिन में कोविड-19 की स्थिति पर समीक्षा के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ विचार-विमर्श करेंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में मुख्यमंत्रियों से कोरोना पर काबू पाने के लिए कुछ कड़े फैसले लेने को कहा जा सकता है। इस मीटिंग में स्वास्थ्य मंत्रालय के तमाम अधिकारी भी मौजूद होंगे। ऐसे में बैठक के बाद संक्रमण कर काबू पाने के उपायों का ऐलान भी हो सकता है।