चीन के बाद अब भारत में भी कोरोना वायरस ने एक बार फिर अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि कोरोना की चौथी लहर जून महीने के दौरान अपने चरम पर होगी. वैज्ञानिकों के अनुमान अब शायद सही साबित होता दिखाई दे रहा है. मुंबई के बाद अब गुजरात में XE का मामला सामने आया है।
गुजरात में जिस व्यक्ति में कोरोना का एक्सई वैरिएंट मिला है, वह 13 मार्च को कोरोना संक्रमित पाया गया था। हालांकि एक हफ्ते बाद उनकी हालत में सुधार आया। नमूना जांच के लिए भेजा गया था। अब जब नतीजे सामने आए तो पता चला कि वह एक्सई वेरिएंट से संक्रमित थे। चिंता की बात यह है कि एक्सई वैरिएंट ओमिक्रोन की तुलना में अधिक संक्रामक है।
मालूम हो कि भारत में XE का पहला के मुंबई में मिला है। दक्षिण अफ्रीका से मुंबई लौटी महिला में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। 27 फरवरी को महिला कोरोना संक्रमित पाई गई थी। बृहन्मुंबई नगर पालिका के एक अधिकारी ने बताया था कि जीनोम सीक्वेंसिंग लैबोरेटरी में 11वें बैच के 376 नमूनों की सीक्वेंसिंग में इस नतीजे का पता चला। इसके अलावा कप्पा स्वरूप के भी एक मामले की पुष्टि हुई है।
‘XE’ वेरिएंट का पहला केस यूके में आया था। मुंबई भेजे गए 230 नमूनों में से 228 ओमिक्रोन के थे जबकि एक कप्पा और ‘एक्सई’ वेरिएंट का था। अधिकारी ने कहा कि संक्रमित मरीज की हालत गंभीर नहीं है। ‘XE’ वैरिएंट Omicron के BA2 सबफॉर्म की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक संक्रामक प्रतीत होता है।