मुंबई, वैश्विक महामारी कोरोना की चपेट में आईं 23 बेस्ट महिला कर्मचारियों ने कोरोना को मात देकर घर वापसी की है। इसमें परिवहन सेवा के साथ बेस्ट की बिजली आपूर्ति विभाग में काम करने वाली महिला कर्मचारियों का समावेश है। मुंबई के प्रत्येक क्षेत्र में कोरोना अपना तांडव मचा रहा है, इस बीच कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे पुलिस कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों, सफाई कर्मियों के साथ परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने वाले बेस्ट कर्मचारियों को भी कोरोना ने अपने शिकंजे में लिया है।
जानकारी के अनुसार मुंबई की लाइफ लाइन माने जाने वाली बेस्ट के कई कर्मचारियों ने अब तक कोरोना को हराया हैै। उपचार के बाद बेस्ट की 23 महिला कर्मचारियों को स्वस्थ घोषित कर उन्हें मुक्त कर दिया गया है। अब तक बेस्ट के 1,850 प्रभावित कर्मचारी इलाज के बाद ठीक हुए हैं। अभी भी मुंबई और उसके आसपास के अस्पतालों में 120 बेस्ट कर्मचारियों का कोरोना से इलाज चल रहा है। इसके अलावा बेस्ट के 27 कर्मचारी कोरोना काल में अपनी ड्यूटी निभाते हुए शहीद हुए हैं। बेस्ट के सूत्रों के अनुसार इसमें परिवहन पर्यवेक्षक, वाहक आदि शामिल हैं। बिजली विभाग की भी आठ महिलाएं इसमें शामिल हैं। एक इंजीनियरिंग विभाग की और चार अन्य विभागों की महिलाएं भी शामिल हैं। कोरोना काल में बेस्ट की यात्रा अधिक जानलेवा साबित हुई है क्योंकि यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अन्य सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बंद होने के कारण, अधिकांश यात्रियों को बेस्ट पर निर्भर रहना पड़ता है।