इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की स्टडी में यह बात सामने आई है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) के खिलाफ प्रभावी है. बता दें कि कोवैक्सीन का निर्माण भारत बायोटेक ने ICMR के साथ मिलकर ही किया है.
WHO द्वारा कोरोना वायरस के 8 वैरिएंट को अलग-अलग कैटेगरी में रखा है. इसमें से चार वायरस ऑफ इंट्रेस्ट हैं और चार वायरस ऑफ कंसर्न. डेल्टा वैरिएंट को को वायरस ऑफ कंसर्न यानी VOI कैटेगरी में रखा गया है. वायरस ऑफ कंसर्न का मतलब है कि यह वैरिएंट तेजी से फैल रहा है और चिंता का विषय है. इसमें अल्फा, बीटा गामा और डेल्टा शामिल हैं. डेल्टा वैरिएंट सबसे पहले भारत में मिला था.
हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने जुलाई 2021 में ही शोध का आखिरी डेटा प्रस्तुत किया था. इसमें बताया गया था कि कोवैक्सीन कोरोना के खिलाफ 77.8 फीसदी प्रभावी है. फिलहाल भारत में 70 से ज्यादा डेल्टा प्लस के मामले देखे गए हैं.