कई राज्यों में बीते कुछ दिनों में कोरोना के नए मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को काबू करने के लिए छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) में 10 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है. आदेश के अनुसार, 9 अप्रैल शाम 6 बजे से 19 अप्रैल सुबह 6 बजे तक पूरे शहर में पूर्ण लॉकडाउन (Complete Lockdown) रहेगा.
रायपुर कलेक्टर एस भारती दसन ने बताया कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, रायपुर जिले को 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से 19 अप्रैल तक सुबह 6 बजे तक कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया जा रहा है। इस अवधि के दौरान जिले की सभी सीमाएं सील रहेंगी।
जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेश के अनुसार, लॉकडाउन के चलते शराब की सभी दुकानें बंद रहेंगी. इसके साथ ही सभी शासकीय और अर्द्ध-शासकीय कार्यालय, बैंक आदि भी बंद रहेंगे. इसके अलावा सभी धार्मिक स्थलों को भी बंद करने के लिए कहा गया है. हालांकि इंडस्ट्रीज को ये छूट दी गई है कि यदि लेबर फैक्ट्री के अंदर ही रहती है तो उसका संचालन किया जा सकता है.
आदेश के अनुसार, कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का पालन करते हुए पहले की तरह पूरे शहर में कंटेनमेंट जोन (Containment Zone) बनाए जाएंगे. इन जोन में सुबह 7 से सुबह 10 बजे तक आम जनता को जरूरी काम के लिए आने जाने की अनुमति दी जाएगी. हालांकि जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए आवाजाही की अनुमति होगी.
रायपुर में एक दिन में कोरोना के सबसे ज्यादा 2 हजार 821 मामले मिलने के बाद लॉकडाउन (Lockdown) का निर्णय लिया गया है. इसमें कहा गया है कि 55 वर्ष से अधिक के कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों को होम आइसोलेशन की अनुमति नहीं होगी. इस उम्र के लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया जाएगा और ठीक होने तक वहीं इलाज किया जाएगा.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने बीमारी की गंभीरता के आधार पर मरीजों को अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध कराने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड टीकाकरण तेजी से हो रहा है और कोरोना संक्रमण जांच की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अनावश्यक रूप से घरों से न निकलें और कोविड दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। बघेल ने कहा कि पिछले वर्ष जिस तरह से समाज के सभी तबकों के सहयोग से कोरोना संक्रमण को रोकने में कामयाबी मिली थी, उसी तरह के सक्रिय सहयोग की अभी जरूरत है।