शिवसेना की दशहरा रैली पर कोरोना का ग्रहण !
टूट सकती है कई सालों की ‘शिवशाही’ परंपरा
मुंबई-अपने स्थापना काल से पिछले साल तक हर वर्ष दशहरे पर हुंकार भरने वाली शिवसेना की ऐतिहासिक रैली पर कोरोना का ग्रहण मंडराने लगा है. ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या शिवसेना इस साल रैली आयोजित करेगी या नहीं। इसे लेकर शिवसैनिकों के साथ -साथ आम जनता के बीच चर्चा जोर- शोर से चल रही है. इस बीच, शिवसेना ने गुरुवार को पार्टी के मुखपत्र के माध्यम से चर्चा का जबाब देते हुए पार्टी की दशहरा त्यौहार के दिन होने वाली रैली पर अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी है. शिवसेना ने कहा कि पिछले कई महीनो से राज्य सहित पूरे देश में कोरोना महामारी के कारण लोगों ने ईद नहीं मनाई, सार्वजनिक गणेशोत्सव में संयम बनाए रखा। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब मुंबई और महाराष्ट्र में इस साल इतनी सादगी के साथ गणेशोत्सव बनाया गया है.शिवसेना ने कहा कि कोरोना का संकट इतना गंभीर है कि त्योहारों को बड़ी सादगी के साथ मनाना पड़ रहा है। अब नवरात्रि, दशहरा, उसके बाद दिवाली आ रही है। क्रिसमस और नया साल आ रहा है। दशहरा और दिवाली पर भीड़ होगी। नवरात्रि में डांडिया पर प्रतिबंध हैं,लेकिन शिवसेना की होने वाली ऐतिहासिक दशहरा उत्सव का भविष्य भी इस समय अंधेरे में लटका हुआ है.शिवसेना ने कहा कि कोरोना काल को देखते हुए अभी शिवसेना ने दशहरा रैली को मनाने का कोई निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है. शिवसेना ने कहा कि पिछले कई वर्षो से लगातार दशहरा त्यौहार के दिन होने वाले ऐतिहासिक रैली के दिन पार्टी के विचारधारा रूपी सोना को लूटने के लिए लाखो की संख्या में राज्य सहित पूरे देश से शिवसैनिक शिवतीर्थ पर इकट्ठा होते हैलेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण यह फीकी दिखाई पद रही है.शिवसेना ने कहा कि इस बार पार्टी के पक्ष प्रमुख मुख्यमंत्री है, तो सवाल यह है कि शिव सैनिकों के उत्साह को कैसे रोका जाए। लेकिन कानून, नियमों का पालन करना होगा। हमें छत्रपति शिवाजी, माँ जगदंबा के दिखाए मार्ग पर चलना होगा। शिवसेना ने कहा कि रैली आयोजित को लेकर शासन और प्रशासन को परेशानी होगी साथ ही विपक्ष की आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा इसलिए रैली आयोजित करने को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए शिवसेना शिवाजी पार्क में दशहरा के दिन रैली आयोजित नहीं करेगी। पिछले कई सालो से लगातार दशहरा के दिन रैली आयोजित करती आ रही शिवसेना की परंपरा को इस साल कोरोना तोड़ देगी।