बीते कुछ दिनों में विभिन्न देशों में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं, जिसके चलते भारत में भी केंद्र सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस संबंध में मंत्रालय के आला अधिकारियों के साथ बुधवार को एक रिव्यू मीटिंग की है और ताजा हालात पर चर्चा की और कोरोना संक्रमण के खतरे के संबंध में केंद्र व राज्य सरकारों की तैयारी का भी जायजा लिया.
बैठक के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट किया है कि विश्व में अभी कोरोना संक्रमण का खतरा कम नहीं हुआ है लेकिन देश हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. अपने ट्वीट में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने हाई लेवल बैठक का जिक्र करते हुए लिखा, “दुनिया के कई देशों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखते हुए अधिकारियों और एक्सपर्ट्स के साथ एक रिव्यू मीटिंग हुई. कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. मैंने सभी को निर्देश दिए हैं कि अलर्ट पर रहें और सर्विलांस को लगातार बढ़ाने का काम करें. हम किसी भी हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.”
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि पैनिक की जरूरत नहीं है. डॉ. वीके पॉल ने बताया कि मीटिंग में तय किया गया है कि कोरोना को लेकर हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय में समीक्षा बैठक होगी. इस दौरान डॉ. पॉल ने भीड़भाड़ में लोगों को मास्क लगाने की भी सलाह दी है. उन्होंने बताया कि देश में कोरोना टेस्टिंग पर्याप्त मात्रा में हो रही है. बीच-बीच मे स्वास्थ्य मंत्रालय निर्णय लेगा कि क्या और कदम उठाए जाने हैं.
डॉ. पॉल ने बताया कि जोनोमिक सर्विलांस के बाद सितंबर में BF.7 वेरिएंट तीन बार भारत में पाया गया था. अभी देश में 18 वर्ष से ऊपर के केवल 28 फीसदी लोगों को ही बूस्टर डोज लगाया गया है. सभी लोगों को बूस्टर डोज लगवा लेना चाहिए. इसके साथ ही सभी राज्यों को केंद्र सरकार के आदेश का पालन करना होगा.
सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार की इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. जिनमें सबसे अहम इंटरनेशनल और डोमेस्टिक एयरपोर्ट्स पर सर्विलांस बढ़ाने की बात की गई. विदेशों से आने वाले लोगों की सख्ती से जांच और नए वेरिएंट की पहचान के लिए तमाम तरह की सुविधाएं देने की भी बात कही गई. बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि नए साल का जश्न मनाने जो भारतीय विदेशों से लौट रहे हैं उनके लिए प्रोटोकॉल तैयार किया जाए. कोरोना जैसे लक्षण पाए जाने पर उनके सैंपल तुरंत जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएं.