कोरोना टेस्टिंग में गिरावट, टास्क फोर्स ने जताई चिंता
प्रतिदिन मात्र 5399 लोगों की हो रही है जांच
मुंबई-दिल्ली में आई कोरोना की दूसरी लहर से बढ़ती मरीजों की संख्या ने पूरे देश के चिकित्सा वैज्ञानिकों को चिंता में डाल दिया है। इसके चलते देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को लेकर पर भी चिंता व्यक्त की जा रही है. मुंबई में पिछले दस दिनों से कोरोना संक्रमण की जांच प्रक्रिया में आई कमी को लेकर कोविड टास्क फोर्स ने चिंता जताई है। टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. सजंय ओक ने कहा कि समय रहते कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान नही की गई तो घातक होगा।
मुंबई में दिवाली त्योहार के समय जिस तरह सड़कों पर भीड़ उमड़ी है, उससे चिंता और बढ़ जाती है। दिल्ली में बढ़े कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या पर लगाम लगाने के लिए जांच में और बढ़ोत्तरी करने की बात कोविड टास्क फोर्स की ओर से कही गई है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में कोरोना ने एक बार फिर कोहराम मचा दिया है। दिल्ली में तो कोरोना की तीसरी लहर भी आने की बात कही जा रही है, यहां तक बाजार क्षेत्रों को बंद करने की भी तैयारी चल रही है। दिल्ली का असर मुंबई पर न पड़े इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिंता जताई जा रही है। दीपावली के समय जिस तरह की भीड़ बाजारों में उमड़ी उससे चिंता और बढ़ गई है।
मुंबई में पिछले दस दिनों के कोरोना मरीज की संख्या देखे तो रोजाना एक हजार से कम संक्रमित मरीज पाए जा रहे है। मुंबई में जिस तरह मरीजों की संख्या घटी उसको लेकर कोरोना जांच पर सवाल खड़ा किया जाने लगा है। मुंबई में पिछले दस दिनों का कोरोना संक्रमण की जांच का आंकड़ा देखे तो रोजाना लगभग 5399 लोगो की ही जांच हो पा रही है, जो कि मुंबई के लिए चिंता का विषय है। जबकि मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने पर जोर दे रहे थे. एक समय मुंबई में रोजाना 17 हजार से अधिक लोगो की जांच की जा रही थी।
मुंबई में 5 नवंबर को 14 हजार 112 लोगों की जांच की गई थी उसके बाद से रोजाना जांच की संख्या में गिरावट दर्ज हो रही है। पिछले दस दिनों के आंकड़े पर नजर डाले तो रोजाना 5399 लोगो की ही जांच हो पा रही है जिसको लेकर कोविड टास्क फोर्स ने चिंता जताई है। टास्क फोर्स का मानना है की समय रहते कोरोना से संक्रमित मरीजों की पहचान हो जाती है तो महामारी के फैलाव पर रोक लगाने में कामयाब होंगे।
मनपा अधिकारियों की माने तो राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई ‘मेरा परिवार मेरी जवाबदारी’ के तहत लोगों के घर घर जाकर जिस तरह की जांच की गई उसका परिणाम है कि मुंबई सहित पूरे राज्य में कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने में कामयाब हुए है। मुंबई में फिलहाल अभी तापमान दिल्ली की तरह नहीं गिरा है जिसका परिणाम लोगो पर दिखाई दे। मनपा प्रशासन ने भी मान्य किया है कि दीपावली के चलते लोग कोरोना की जांच कराने कम आए, लेकिन मनपा आने वाले दिनों में कोरोना की जांच में तेजी लाएगी।