मुंबई। मनपा प्रशासन ने कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) रोकने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। मनपा ने इसके लिए 2100 डॉक्टरों और नर्सों की कॉन्ट्रेक्ट पद्धति से भर्ती करने का निर्णय लिया है। मनपा प्रशासन ने कहा है की पहली और दूसरी लहर से निपटने में सफलता पूर्वक लड़ाई लड़ी गई है। अब तीसरी लहर से भी निपटने की तैयारी कर ली है।
ब्रेक द चेन के तहत मुंबई को धीरे-धीरे खोलने की शुरुआत हो चुकी है। इसी बीच तीसरी लहर आने की संभावना जताई जाने लगी है जिसमें बच्चों पर अधिक प्रभाव पड़ने की आशंका जताई जा रही है। मनपा तीसरी लहर से निपटने के लिए तीन माह के लिए अनुबंधित वरिष्ठ डॉक्टरों की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है।
मनपा नेफ्रोलॉजी डॉक्टर को दो लाख रुपये प्रति माह, एमडी डॉक्टर को 1.50 लाख रुपये प्रति माह, सहायक डॉक्टरों एवं एमबीबीएस डॉक्टर को 80,000 रुपए प्रति माह, बीएएमएस डॉक्टर को 60,000 रुपए प्रति माह और बीएचएमएस को 50,000 रुपए प्रति माह वेतन देने का निर्णय लिया है। साथ ही नर्स को 30,000 रुपये प्रति माह वेतन दिया जायेगा।
सीनियर मेडिकल कंसल्टेंट, इंटेस्टिविस्ट, एनेस्थेटिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट के 50-70 पद, असिस्टेंट डॉक्टर के 900-1000 पद और नर्स के 900-1000 पद कॉन्ट्रेक्ट के तहत भरे जाएंगे। इस समय मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट आ रही है। वहीं चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक जल्द ही कोरोना की तीसरी लहर फैलने की संभावना है।
फिलहाल मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या में कमी को देखते हुए मनपा ने दहिसर, बीकेसी, मुलुंड जंबो कोविड सेंटर्स को बंद कर दिया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य सरकार और महानगरपालिकाओं सहित नगर पालिकाओं को तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।