ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन की मिक्सिंग (Mixing of Covaxin & Covishield) पर स्टडी के लिए अपनी मंजूरी दे दी है. यह स्टडी और क्लीनिकल ट्रायल करने की जिम्मेदारी वेल्लोर के क्रिश्चन मेडिकल कॉलेज (Christian Medical College-CMC) को मिली है. इस बात की जानकारी नीति आयोग के डॉक्टर वीके पॉल ने मंगलवार को हुई प्रेस ब्रीफिंग के दौरान दी थी.
पिछले महीने सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की एक एक्सपर्ट पैनल ने कोविशील्ड और कोवैक्सिन कोरोना वैक्सीन की मिक्स डोज पर एक अध्ययन की सिफारिश की थी. वहीं इससे पहले ICMR की तरफ से भी दोनों वैक्सीन की मिक्स्ड डोज को लेकर स्टडी की गई थी जिसमें बताया गया था कि दो कोविड टीकों की मिक्सिंग से बेहतर सुरक्षा और प्रतिरक्षाजनत्व (immunogenicity) परिणाम मिले. हालांकि, तब खुराक के मिश्रण ने काफी चिंता बढ़ा दी थी. ऐसे में फिलहाल जिस स्टडी और क्लिनिकल ट्रायल को मंजूरी दी गई है वो ICMR की स्टडी से अलग होगा.
सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की एक सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने 29 जुलाई को इस स्टडी की सिफारिश की थी. बैठक के दौरान एक्सपर्ट कमेटी ने सीएमसी, वेल्लोर में चौथे फेज के क्लीनिकल ट्रायल (Phase-4 Clinical Trial) को मंजूरी देने का सुझाव दिया था. इस ट्रायल में 300 स्वस्थ वॉलंटियर्स पर COVID-19 की कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन की मिक्सिंग के प्रभाव जांचे जाएंगे.
इस स्टडी का मकसद यह पता लगाना है कि क्या फुल वैक्सीनेशन कोर्स पूरा करने के लिए किसी व्यक्ति को एक खुराक कोवैक्सीन और दूसरी खुराक कोविशील्ड की दी जा सकती है. यह प्रस्तावित स्टडी हाल ही में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा की गई स्टडी से अलग है. अपनी स्टडी के आधार पर आईसीएमआर ने कहा था कि कोवैक्सीन और कोविशील्ड को मिलाकर दिए जाने से बेहतर परिणाम दिखे हैं.