चीन, दक्षिण कोरिया और यूरोप समेत दुनिया भर के कई देशों में कोरोना के केसों में एक बार फिर से तेजी देखने को मिल रही है. ऐसे में सरकार 18 साल से अधिक आयुवर्ग के सभी लोगों को कोविड-रोधी टीके की बूस्टर खुराक की अनुमति दिए जाने पर विचार कर रही है. सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. वर्तमान में, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को एहतियाती खुराक दी जा रही है.
सूत्र बताते हैं, “सरकार दुनिया के कुछ हिस्सों में संक्रमण में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय यात्रा के दौरान आने वाली कठिनाइयों को देखते हुए 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर खुराक की अनुमति देने पर विचार कर रही है.”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हाल ही में कॉमरेडिटी क्लॉज को हटाए जाने के बाद 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड वैक्सीन की एहतियाती खुराक के लिए पात्र बनाया गया है. खुराक की प्राथमिकता और अनुक्रमण दूसरी खुराक के प्रशासन की तारीख से नौ महीने से 39 सप्ताह तक पूरा होने पर आधारित होगा.
भारत ने इस साल 16 मार्च से 12-14 साल के बच्चों के लिए कोविड-19 टीकाकरण शुरू किया. देश भर में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 को शुरू किया गया था, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को पहले चरण में टीका लगाया गया था. फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण पिछले साल 2 फरवरी से शुरू हुआ था.
देश में लगभग सभी वयस्क और 15 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों की एक बड़ी संख्या भारत में फुल वैक्सीनेशन हो चुका है. इसका मतलब है कि उन्हें एंटी कोविड -19 वैक्सीन लग चुकी है. इसमें वयस्कों के लिए कोविशील्ड और कोवैक्सिन और बच्चों के लिए कॉर्बेवैक्स वैक्सीन की डोज दी गई.
बता दें कि चीन, हॉन्ग कॉन्ग, साउथ कोरिया समेत यूरोप के अन्य देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में देश में लोगों के मन में चौथी लहर आने को लेकर आशंका बढ़ गई है. लोगों को इस बात की टेंशन है कि अगर भारत में भी तेजी से मामले बढ़ने लगे तो क्या स्थिति होगी.