प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बयान जारी कर बताया 16 जनवरी को सुबह 10.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे और इसके मद्देनजर सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में टीकों की पर्याप्त खुराकें भेज दी गई हैं। इससे पहले सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि गर्भवती महिलाओं को टीका नहीं लगाया जाएगा. इसके अलावा बच्चों को दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी टीका ना लगवाने की सलाह दी गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 टीकों को गर्भवती और दूध पिलाने वाली महिलाएं न लगवाएं क्योंकि उन्हें अभी तक किसी भी कोरोना वायरस-रोधी टीके के क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं बनाया गया है।
मंत्रालय ने सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेश को लिखे पत्र में आपातकालीन परिस्थितियों में इनके इस्तेमाल को रेखांकित करते हुए कहा कि कोविड-19 टीके केवल 18 साल या उससे अधिक आयु के लोगों के लिए हैं। आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 टीकों और अन्य टीकों के बीच कम से कम 14 दिन का अंतराल लिया जा सकता है।
बता दें कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने को सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी है.