सरकार जल्द ही पढ़ाई, नौकरी, खेल और आधिकारिक या व्यापार संबंधी कार्यो के लिए विदेश जाने के इच्छुक लोगों को बूस्टर/सतर्कता डोज लगाने की अनुमति दे सकती है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि इस पर भी चर्चा की जा रही है कि क्या विदेश जाने वाले यात्रियों को पैसे देकर निजी टीका केंद्रों पर बूस्टर डोज लेनी चाहिए। देश में अभी स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर के साथ ही साथ 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता डोज लगाई जा रही है।
रविवार से दोबारा शुरू हो रही हैं अंतरराष्ट्रीय उड़ानें
रविवार से दोबारा शुरू होने वाली निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के साथ विदेश मंत्रालय ने हाल ही में तीसरे/बूस्टर खुराक की आवश्यकता के मद्देनजर कुछ देशों द्वारा लागू किए जा रहे यात्रा प्रतिबंधों पर मंथन किया कि यह कैसे भारतीय यात्रियों की यात्रा को प्रभावित कर रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय को यह भी पता चला है कि रोजगार के अवसरों, शैक्षिक उद्देश्यों या आधिकारिक/व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं आदि में भाग लेने के इच्छुक लोगों को एहतियाती खुराक को लेकर प्रशासन की अनुमति के संबंध में आवेदन भी मिले हैं।
नौकरियों के लिए विदेश जाने वालों को बूस्टर डोज पर विचार
इनके मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय सक्रिय रूप से उन लोगों के लिए कोविड वैक्सीन की बूस्टर/एहतियाती खुराक की अनुमति देने पर विचार कर रहा है जो नौकरियों के लिए विदेश यात्रा करना चाहते हैं, विदेशी शिक्षण संस्थानों में प्रवेश चाहते हैं, खेल टूर्नामेंट में भाग लेना चाहते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक निर्देश जारी नहीं किया गया है। खुराक की प्राथमिकता और सीक्वेसिंग मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार दूसरी खुराक दिए जाने की तारीख से नौ महीने पूरे होने पर आधारित होगा।