टास्क फोर्स ने आशंका प्रकट की है कि अगर भीड़ बढ़ी और नियमों का पालन नहीं किया गया तो एक-दो महीने में महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर आ जाएगी। कुछ दिन पहले विशेषज्ञों ने कहा था कि डेल्टा प्लस टाइप से कोरोना की तीसरी लहर हो सकती है। शनिवार को उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे में कहा था कि तीसरी लहर को गंभीरता से लेने की जरूरत है।
उन्होंने लोगों से पर्यटक स्थलों पर नहीं जाने की अपील भी की है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर लोग पर्यटन के उद्देश्य से जिले से बाहर जाना जारी रखते हैं, तो प्रशासन के पास उनके घर लौटने के बाद ऐसे लोगों पर 15 दिनों की कोरेंटाइन व्यवस्था लागू करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन में बड़े पैमाने पर टीकाकरण के बावजूद तीसरी लहर का खतरा अभी भी बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इसलिए, हमें तीसरी लहर (चेतावनी) को बहुत गंभीरता से लेने की जरूरत है।