दुनियाभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. चीन में रविवार को करीब 3100 मामले सामने आए हैं. यह पिछले 2 साल में सबसे ज्यादा केस हैं. इसके चलते चीन के शेनजेन में लॉकडाउन लगा दिया गया. इसी के साथ यहां रहने वाले 1.7 करोड़ लोग घरों में कैद हो गए. उधर, शंघाई में भी स्कूलों को बंद कर दिया गया.
नए प्रकोप का कारण कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट माना जा रहा है. प्रकोप हॉन्गकॉन्ग के पड़ोसी चीनी शहरों में केंद्रित है. चीन अभी भी जीरो कोविड रणनीति पर काम कर रहा है और इसी वजह से लॉकडाउन जैसे कड़े प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं.
वहीं, यूरोपीय देशों से खबर है कि यहां एक बार फिर कोरोना जैसे लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. पिछले सप्ताह यूके, आयरलैंड, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड और इटली जैसे देशों में रिपोर्ट किए गए कोविड -19 मामलों और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजो में एक और उछाल देखा गया है.
एरिक टोपोल, एमडी, स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के संस्थापक ने ट्वीट किया, ‘यूरोप में अगली लहर शुरू हो गई है.’ नए मरीजों का डेटा तो इसी तरफ इशारा कर रहा है. यूरोप में विभिन्न देशों ने करीब एक माह बाद नियमों में छूट दी थी और अब केस फिर बढ़ने लगे हैं. अमेरिका में भी ऐसा ही हुआ है. अब सवाल उठाया जा रहा है कि क्या छूट देने में जल्दबाजी भारी पड़ सकती है.
रविवार को चीन में 3,400 कोरोना मामले सामने आने के बाद हालात भयावह हो गए हैं. इस कारण वायरस के हॉटस्पॉट की जगहों पर लॉकडाउन लगाने की नौबत आ गई है. जिस चीन पर कोरोना को दुनियाभर में फैलाने का आरोप लगता रहा है, आज वह कोरोना की भीषण मार झेल रहा है.
देश के सबसे बड़े शहर शंघाई में तो कुछ मोहल्लों और आवासीय इलाकों को सील कर दिया गया. अधिकारी अभी पूर्ण लॉकडाउन को टालना चाह रहे हैं. शहर में सोमवार को 170 नए मामले सामने आए जो व्यापारियों में आने वाले आर्थिक कष्ट को लेकर चिंता पैदा करने के लिए काफी थे.
प्रकोप के दूसरे स्थानों में हालात इससे ज्यादा चिंताजनक हैं. पूर्वोत्तर में जिलिन प्रांत में लगातार दो दिनों तक 1,000 नए मामले सामने आए. मार्च की शुरआत से इस प्रांत के कम से कम पांच शहरों में तालाबंदी लागू की जा चुकी है. फरवरी में 87% आबादी को पहली डोज और 40% आबादी को दूसरी डोज देने का दावा करने वाला चीन पहली बार एक दिन में 1,000 से अधिक केस की सूचना दे रहा है.