- फिलहाल कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज जिसे ‘प्रिकॉशन डोज’ (Precaution Dose) कहा जा रहा है, वो हेल्थकेयवर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के अलावा बीमारियों से जूझ रहे बुजुर्गों को लगाई जाएगी. इसे लगाने का तरीका अलग नहीं होगा. जैसे पहली दो डोज लगी है, वैसे ही… तीसरी डोज भी लगेगी.
देश में भी अब कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज लगाई जाएगी. शुरुआत में तीसरी डोज सिर्फ फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थकेयर वर्कर्स और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों को लगाई जाएगी. बुजुर्गों के लिए तीसरी डोज वैकल्पिक रहेगी. देश में सरकार 10 जनवरी से कोरोना वैक्सीन की ‘बूस्टर डोज’ देने जा रही है, जिसे भारत में ‘प्रिकॉशन डोज’ कहा जाएगा. शुरुआत में ये वैक्सीन की तीसरी डोज फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थकेयर वर्कर्स और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों को दी जाएगी. ऐसे में कई बड़े सवाल भी उठते हैं जैसे कितने…गैप से लगेगी तीसरी डोज? तीसरी डोज लगवाने के लिए क्या जरूरी होगा?
लांकि मंत्रालय ने यह कहा है कि ऐसे लोगों को डोज लेने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। गंभीर बीमारियों को को-मॉर्बिडिटी कहते हैं।
इसके साथ ही मंत्रालय ने यह भी बताया है कि 3 जनवरी से 15-18 साल के बच्चों को लगने वाले डोज के लिए ऑनलाइन और ऑन-साइट दोनों तरह से अपॉइंटमेंट बुक किए जा सकेंगे। वैक्सीन उपलब्ध होने पर ही ऑन-साइट अपॉइंटमेंट मिलेगा।उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों में अगले साल चुनाव करवाने की संभावना धीरे-धीरे साफ होती दिख रही है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, वहां ड्यूटी में तैनात चुनाव कर्मियों को भी फ्रंटलाइन वर्कस की कैटेगरी में शामिल किया जाएगा।
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के CEO और कोविन चीफ डॉ. आर एस शर्मा ने सोमवार को बताया कि कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन की तीसरी प्रिकॉशन डोज के लिए वही लोग अप्लाई कर सकेंगे, जिन्हें कोरोना की दूसरी डोज लगे हुए 9 महीने बीत चुके हैं और जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। हालांकि डॉ. शर्मा ने इसे बूस्टर डोज कहने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि तीसरे डोज को बूस्टर की जगह प्रिकॉशन डोज कहना ही बेहतर होगा।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक लगाए जाने की तारीख से 9 महीने या 39 सप्ताह पूरे होने के बाद ही तीसरी खुराक लगेगी। इसके लिए कोविन पर रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। एक इंटरव्यू में कोविन चीफ डॉ. आरएस शर्मा ने बताया कि दो डोज लगवाने वाले हेल्थकेयर वर्कर्स और गंभीर बीमारियों वाले वरिष्ठ नागरिकों को बूस्टर शॉट के लिए पंजीकरण कराने के लिए मोबाइल पर एसएमएस आएगा।