अगले साल आ सकती है दूसरी लहर
जनवरी-फरवरी तक सावधानी जरूरी
मुंबई-वैश्विक महामारी कोरोना पर कई महीनों के कड़े संघर्ष के बाद स्वास्थ्य विभाग को नियंत्रण करने में आंशिक सफलता मिली है. हालांकि अभी भी नए मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. भले ही संख्या में कमी आयी है लेकिन कोरोना की दूसरी लहर को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ स्वास्थ्य विभाग चिंतित है. जिस तरह से विदेशों में सर्द मौसम के दौरान कोरोना की दूसरी लहर आयी है उसको देखते हुए महाराष्ट्र सरकार अलर्ट मोड में नजर आ रही है. इसको देखते हुए बनाए गए सभी कोरोना केअर सेंटर और आईसीयू को यथावत रखा गया है.
प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग की निदेशिका डॉ. अर्चना पाटिल ने आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर अगले साल जनवरी और फरवरी में आने की उम्मीद है। इस संबंध में, डॉ. अर्चना पाटिल ने राज्य के सभी डॉक्टरों, सरकारी अस्पतालों, जिला अस्पतालों और स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में मरीजों का परीक्षण नहीं रोका जाना चाहिए। पाटिल के अनुसार यदि आपको बुखार, फ्लू जैसे लक्षण हैं, तो इसका समय पर परीक्षण किया जाना चाहिए। दैनिक परीक्षणों को किसी भी परिस्थिति में रोका नहीं जाना चाहिए। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के क्लीनिकों को दैनिक रिपोर्ट विभाग को प्रस्तुत करनी आवश्यक है. इससे स्वास्थ्य विभाग को स्थिति पर नजर रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है। लेकिन समय पर कोरोना और गैर-कोरोना रोगियों का इलाज किया जाना चाहिए। इसीलिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बनाए गए कोविड केंद्रों को तैयार रहने चाहिए।
अगले साल आ सकती है दूसरी लहरजनवरी-फरवरी तक सावधानी जरूरी
मुंबई-वैश्विक महामारी कोरोना पर कई महीनों के कड़े संघर्ष के बाद स्वास्थ्य विभाग को नियंत्रण करने में आंशिक सफलता मिली है. हालांकि अभी भी नए मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. भले ही संख्या में कमी आयी है लेकिन कोरोना की दूसरी लहर को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ स्वास्थ्य विभाग चिंतित है. जिस तरह से विदेशों में सर्द मौसम के दौरान कोरोना की दूसरी लहर आयी है उसको देखते हुए महाराष्ट्र सरकार अलर्ट मोड में नजर आ रही है. इसको देखते हुए बनाए गए सभी कोरोना केअर सेंटर और आईसीयू को यथावत रखा गया है. प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग की निदेशिका डॉ. अर्चना पाटिल ने आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर अगले साल जनवरी और फरवरी में आने की उम्मीद है। इस संबंध में, डॉ. अर्चना पाटिल ने राज्य के सभी डॉक्टरों, सरकारी अस्पतालों, जिला अस्पतालों और स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में मरीजों का परीक्षण नहीं रोका जाना चाहिए। पाटिल के अनुसार यदि आपको बुखार, फ्लू जैसे लक्षण हैं, तो इसका समय पर परीक्षण किया जाना चाहिए। दैनिक परीक्षणों को किसी भी परिस्थिति में रोका नहीं जाना चाहिए। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के क्लीनिकों को दैनिक रिपोर्ट विभाग को प्रस्तुत करनी आवश्यक है. इससे स्वास्थ्य विभाग को स्थिति पर नजर रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है। लेकिन समय पर कोरोना और गैर-कोरोना रोगियों का इलाज किया जाना चाहिए। इसीलिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बनाए गए कोविड केंद्रों को तैयार रहने चाहिए।